रजनीश/ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। शिक्षा जीवन जीने का तरीका सिखाती है और शिक्षा के बिना इंसान एक पशु के समान है। सैय्यद अहमद खान ने भविष्य को देखते हुए फैसला लिया और शिक्षा की तरफ कदम बढ़ा दिया।
शिक्षा के मिशन को बढ़ावा देने के लिये किसी के भी सामने हाथ फैलाने में कतराते नहीं थे। उनके बलिदान से देश और राष्ट्र को वैश्विक स्तर पर एक बड़ी पहचान मिली है।
ये विचार ग्राम भुलियापुर रोड में जन सेवा क्लीनिक पर डोनेट वन रुपये ट्रस्ट एंड एडोस्फीयर द्वारा आयोजित स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार विषय पर आयोजित संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद अलीगढ़ मुस्लिम विश्विद्यालय के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष डॉ.फैजुल हसन ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा।
उन्होंने कि शिक्षा के ही रास्ते से होकर संसार में तरक्की के हर रास्ते निकलते हैं इसलिए देश के सभी बुद्धिजीवियों को सक्रिय रूप से भाग लेना चाहिये और शिक्षा के मिशन से जुड़कर इसे बढ़ावा देने के हर अभियान में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए।
इलाहाबाद से आये एडवोस्फीयर इलाहाबाद के ग्रुप सीओ मुहम्मद तल्हा हनफी ने भी प्रशिक्षण कार्यक्रम के महत्व पर प्रकाश डाला। डोनेट वन रुपये ट्रस्ट के अध्यक्ष इंजीनियर महबूब आलम रायनी ने शिक्षा के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला और इस ट्रस्ट के संस्थापक डॉ. हबीबुल्लाह के मिशन का हिस्सा बनने के लिए अधिक से अधिक लोगों से जुड़ने की अपील की।
जकी बकाई, मुफ्ती परवेज अख्तर कासमी, मौलाना मुजम्मिल, इंजीनियर शहबाज सिद्दीकी, परवेज खान, मास्टर अदील अहमद, डॉ.रफीक, सलीम जहीन, मोहसिन खान, परमानंद और मौलाना इलियास आदि ने स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार पर अपने अपने विचार रखे।
शायर मुजीब सिद्दीकी ने अपने भाषण से श्रोताओं का मनोरंजन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जमीयत उलेमा के जिलाध्यक्ष मुफ्ती निमातुल्लाह कासमी ने की औऱ कार्यक्रम का संचालन मुहम्मद याकूब सिद्दीकी अज़्म और अर्शिया जीशान ने संयुक्त रूप से किया।
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