आलोक बर्नवाल
संतकबीरनगर। पति की दीर्घायु सुख- समृद्धि, उत्तम स्वास्थ्य और सुखद वैवाहिक जीवन के लिए सुहागिनों ने शुक्रवार को वट सावित्री व्रत रखा है।
शहर से लेकर गांव तक सामूहिक रूप से महिलाओं ने पूजा की।
शुक्रवार को मेंहदावल तहसील क्षेत्र में वट सावित्री का पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया गया। महिलाओं ने वट सावित्री व्रत रख पति की लंबी उम्र की कामना की। इस दौरान क्षेत्र के अलग-अलग जगहों पर बरगद के वृक्ष पर महिलाओं ने पूजा भी की।
शुक्रवार सुबह 6 बजे से क्षेत्र के अलग-अलग वृक्षों जहां पर पूजन हुए। वहां महिलाएं पहुंची और विधि विधान पूर्वक पूजन किया। महिलाएं व्रत के साथ वट वृक्ष के पूजन में विशेष रूप से इस खास दिन पर महीन धागे से वट वृक्ष को रक्षा सूत्र से परिक्रमा करके बांधती हैं। महिलाएं इसी तरह से वृक्षों में पूजन करते हुए और परिक्रमा लगाते हुए दिखाई दीं।
यह है मान्यता : हिंदू धर्म के अनुसार मान्यता है कि सावित्री के पति सत्यवान को वट वृक्ष के नीचे ही यमराज ने जीवनदान दिया था। उस दिन ज्येष्ठ मास की अमावस्या थाी। इसलिए इस व्रत का नाम वट सावित्री पड़ा। सनातन संस्कृति में यह भी माना जाता है कि वट में ब्रह्म, विष्णु और महेश तीनों देवों का वास है।
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