● अपनी प्राथमिकताएं गिनाने के साथ ही पुराने संबंधों का हवाला देकर नेता मांग रहे है वोट
आलोक बर्नवाल
संतकबीरनगर। नामांकन पत्रों की जांच और नामंकन का समय बीतने के बाद नगर निकाय चुनाव पूरे रंग में आने लगा है हालांकि प्रशासनिक स्तर से शोर-शराबा मुक्त चुनाव कराने के लिए पूरी तरह से शक्ति बरती जा रही है, इसे लेकर पदयात्रा करने के साथ ही अपने को जगाने का सिलसिला चल रहा है। विकास कराने के दावे तो सबके हैं परंतु इसके साथ ही पारिवारिक संबंधों का हवाला देने को प्राथमिकता दिए जाने का मामला सामने आ रहा है।
जिले में मेहदावल नगर पंचायत सहित सभी निकायों में 11 मई को मतदान होना है। इसे लेकर पहले पायदान पर तो दावेदारी कर रहे अपनों को मनाने का दौर चला इसमें कुछ ने अपने नामांकन करने के बाद ही प्रत्याशियों के नामों से सामने आ तैयारी शुरू कर दी।
अब उम्मीदवार का नाम अंतिम रूप से आ जाने से जोड़ तोड़ का कार्यक्रम गति पकड़ने लगा है। सुबह होते ही हमारा नेता कैसा हो के नारों के साथ गालियां गुजने लग रही है । अनेक प्रत्याशी द्वारा प्रचार अभियान में महिलाओं की टोली को अभी लगाया गया है जो घर में जाकर आधी आबादी से संवाद स्थापित कर रही हैं।
भाड़े के प्रचारकों की बड़ी मांग : चुनाव में जनबल को दिखाने के लिए भाड़े के समर्थकों की भी मांग तेजी से बढ़ी है इसमें बड़ी संख्या में मजदूर और किसान की भीड़ देखी जा रही हैं। जो कुछ दिनों से बिल्डिंग मटेरियल के दाम बढ़ने से दिहाड़ी का काम नहीं पा रहे थे उन लोगों को दिनभर पीछे रहकर भीड़ दिखाने में जुटे देखे देखा जा रहा है।
पार्टियों ने बढ़ाया जोर : अब चुनावी प्रक्रिया में मतदान शेष रह जाने से विभिन्न राजनीतिक दलों ने विद्वानों को अपने प्रयासों के साथ ही पदाधिकारियों को लगाकर प्रचार अभियान को तेज करने का काम आरंभ किया है ।
इसमें भाजपा, सपा, बसपा , कांग्रेस ,आप प्रमुख है।सभी पार्टियों के स्टार प्रचारक को भी बुलाने की योजना पर गंभीरता से विचार करने के साथ ही इसके लिए स्थान और अनुमती के लिए प्रयास दिखने लगे है।
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