अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर में 5 मई, को शहर के अग्रेंजी माध्यम विद्यालय पॉयनियर पब्लिक स्कूल एण्ड कॉलेज में बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर भगवान बुद्ध का जन्मोत्सव मनाया गया। सर्वप्रथम विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा0 एम0पी0 तिवारी ने भगवान बुद्ध के चित्र पर माल्यापर्ण किया तथा द्धीप प्रज्जवलित करके आरती उतारा।
तत्पश्चात प्रबंध निदेशक ने बताया कि हमारे देश में अनेक धर्म निवासित है। जिसमें हिन्दू, मुस्लिम, सिक्ख, बौद्ध, जैन, इसाई प्रमुख है। सभी धमों के अलग-अलग त्योहार होते है। ये त्योहार बौद्ध धर्म के लोगो द्वारा मनाया जाता है। बौद्ध धर्म के संस्थापक महात्मा बुद्ध का जन्म, मृत्यु तथा ज्ञान इसी दिन मिला था।
बुद्ध पूर्णिमा भगवान बुद्ध के जन्मदिन के अवसर पर मनायी जाती है। हर साल हिन्दू कैलेन्डर के अनुसार बैसाख मास की पूर्णिमा को मनायी जाती है। ऐसा माना जाता है कि इसी दिन भगवान बुद्ध का जन्म हुआ, ज्ञान की प्राप्ति हुयी तथा मोक्ष की प्राप्ति भी इसी दिन हुयी, जिस कारण यह दिन महात्मा बुद्ध के लिए पवित्र दिन माना जाता है, जो बौद्ध धर्म के लोगो के लिए विशेष पर्व माना गया है।
साथ ही यह भी बताया कि महात्मा बुद्ध का बचपन का नाम सिद्धार्थ गौतम था। बिहार स्थित बोधगया नामक स्थान हिन्दू व बौद्ध धर्मावलंबियों के पवित्र तीर्थ स्थान है। गृह त्याग के पश्चात् सिद्धार्थ सत्य की खोज के लिए सात वर्षो तक वन में भटकते रहें। यहाँ उन्होनें कठोर तप किया और अंततः वैशाख पूर्णिमा के दिन बोधगया में बोधिवृक्ष के नीचे उन्हें बुद्धत्व ज्ञान की प्राप्ति हुई।
तभी से यह दिन बुद्ध पूर्णिमा के रूप में जाना जाता है। बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर बुद्ध की महापरिनिर्वाणस्थली कुशीनगर में स्थित महापरिनिर्वाण विहार पर एक माह का मेला लगता है। विहार के पूर्व हिस्से में एक स्तूप है। यहां पर भगवान बुद्ध का अंतिम संस्कार किया गया था। यह मूर्ति भी अजंता में बनीं भगवान बुद्ध की महापरिनिर्वाण मूर्ति की प्रतिकृति है।
इस अवसर पर पॉयनियर पब्लिक स्कूल एण्ड कॉलेज के छात्र-छात्राओं द्वारा विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें भाषण प्रतियोगिता एवं कला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। भाषण प्रतियोगिता के अन्तर्गत प्राइमरी ग्रुप से विराट, अर्पित, रत्नप्रिया, रिया, मेधावी, श्लोक, अवन्तिका, सुद्धाशु, तेज प्रताप, आदित्य, अविरल, वर्णित एवं आस्था ने अपना-अपना विचार प्रस्तुत किया।
सीनियर ग्रुप से अलीशा, सबा, दानिया, मानविक, आराध्या, श्रृष्टि, देवांश, आयुश, अंशुमान, अंश, प्रकाश, सौम्या, श्रेया, अनामिका, अनन्या, अंबिका एवं विष्णु ने भगवान बुद्ध की जयंती पर अपना-अपना विचार प्रस्तुत किया।
कला प्रतियोगिता के अन्तर्गत समर, उत्कर्ष, आलोक, रौनक, ईशान, रिया, श्रेयांसी, आयुशी, आन्या, आर्दश, साम्भवी, आराध्या, आर्दश गोविन्द, अर्पिता, अदिती, अविरल, मेधावी, मानविक, फैजा, फरहत एवं मानवी आदि छात्र-छात्राओं ने अपनी कला का प्रदर्शन किया। अंत में भगवान बुद्ध के जन्मोत्सव के अवसर पर विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा0 एम0पी0 तिवारी नें भाषण व कला को देखकर समस्त छात्र छात्राओं की प्रशंसा करते हुए बच्चों का उत्साहवर्धन किया।
इस अवसर पर विद्यालय के उप प्रधानाचार्या प्रधानाचार्य शिखा पाण्डेय, संतोष कुमार श्रीवास्तव, एक्टीविटी इंचार्ज राघवेन्द्र त्रिपाठी सहित शिक्षकगण में उर्वशी शुक्ला, रीना श्रीवास्तव, खुशबू तिवारी तथा समस्त अध्यापक अध्यापिकाओं ने मिलकर भगवान बुद्ध का जन्मोत्सव के पर्व को उत्साह पूर्वक मनाया।
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