कुलदीप तिवारी
लालगंज, प्रतापगढ़। युवाओं तथा छात्र छात्राओं के ज्ञानार्जन मे वृद्धि के लिए विकसित नगरों व बाजारों में पुस्तकालय स्वध्याय के रचनात्मक केंद्र हुआ करते हैं।
पुस्तकालयों में नवीन घटनाचक्र तथा राष्ट्रीय परिवेश के साथ अर्न्तराष्ट्रीय पटल पर उपलब्धियों की ज्ञान वृद्धि के साथ आध्यात्मिक चरित्र निर्माण को भी ऊर्जा मिला करती है।
उक्त उदगार मथुरा वृंदावन से पधारे कथावाचक मुकेश आनन्द महराज ने यहां व्यक्त किये। गुरूवार को नगर के नवीन रोडवेज बस स्टेशन के समीप भार्गव डिजिटल पुस्तकालय के लोकार्पण में मुकेश आनन्द महराज ने आने वाले गंगा दशहरा पर्व को ज्ञान गंगा के लिए जागृति का अनुपम संदेश कहा।
कार्यक्रम का शुभारंभ वैदिक मंत्रोच्चारण के मध्य मुकेश आंनद जी महराज के साथ चेयरपर्सन प्रतिनिधि संतोष द्विवेदी ने फीता काटकर किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता आल इण्डिया रूरल बार एसोशिएसन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ज्ञानप्रकाश शुक्ल व संचालन बाबा नरेन्द्र ओझा ने किया।
संयोजक गौरीशंकर तिवारी ने डिजिटल पुस्तकालय को ग्रामीण क्षेत्र की मेधा के लिए उपयोगी ठहराते हुए लोगांे का स्वागत किया। डा. अरूण शंकर मिश्र ने आभार प्रदर्शन किया।
इस मौके पर प्रधानाचार्य सुरेश सिंह, भुवनेश्वर शुक्ल, राकेश चतुर्वेदी, प्रभाकर दुबे, समाजसेवी सूबेदार सिह चौहान, साहित्यकार राधेश पाण्डेय, शुभम श्रीवास्तव, विकास पाण्डेय, विद्याकान्त मिश्र, संजीव द्विवेदी, राकेश सिंह, प्रीतेन्द्र ओझा, महन्त द्विवेदी, सुरेश मिश्र मदन, राकेश त्रिपाठी, संजय द्विवेदी, प्रधानाचार्य एनएन त्रिपाठी, विष्णु सिंह, शास्त्री सौरभ त्रिपाठी, साहित्यकार अनूप त्रिपाठी आदि रहे।
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