दिनेश कुमार
गोण्डा। करोडो की सरकारी भूमि पर दबंगो का कब्जा है। सरकारी तंत्र ऐसे भू माफियाओं पर नकेल कसने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है।
बताते चले जहां योगी की सरकार में जहां दावा किया जाता है कि भू माफिया,दबंग, सरकारी भूमि कब्जा करने वालों की खैर नहीं है। ऐसे भू माफियाओं को चिन्हत करके सरकारी जमीन से दंबगो से कब्जा छुडाया जाये।
वही तहसील मनकापुर में इसका उल्टा है। स्थानीय प्रशासन ऐसे लोगों को न तो चिन्हत करता हो और न ही कार्यवाई की हिम्मत जुटा पा रहा है। जिसके कारण दंबग भू माफिया किस्म के लोगों करोडो रूपये की सरकारी जमीन को कब्जा करके खेती करते चले आ रहे हैं।
लेकिन स्थानीय प्रशासन इस पर आंख बंद करके बैठा है। नाम न छापने की शर्त पर एक पूर्व में सेवानिवृत लेखपाल जो कि उस गांव में तैनात रह चुके हैं। व कुछ गांव के अन्य लोगों ने बताया कि गाटा संख्या-794 /1123 रकबा- 1.941हेक्टेयर अर्थात लगभग साढे चौबीस बीघा भूमि जो सरकारी भूमि है उस पर काफी दिनों से रसूख के बल पर कब्जा करके बैठे हैं।
यही नही आरक्षित भूमि जैसे हरिजन आबादी पर भी जगनरायन सिंह पुत्र सूर्य प्रसाद सिंह निवासी छोटकी बनकसिया जो सोठिया गांव के पास स्थित थाना मोतीगंज का कब्जा है। लेकिन मजाल किस लेखपाल व राजस्व निरीक्षक व तहसीलदार की जो उसे खाली कराके जिला प्रशासन व राजस्व परिषद को रिपोर्ट कर दे।
शासन ने भू माफियाओं का सरकारी पोर्टल बना रखा है जिस पर ऐसे लोगो को सूचीबद्ध करके कार्यवाई करनी चाहिये लेकिन राजस्व विभाग इससे कन्नीकाट रहा है। वही क्षेत्र के लोग इसकी शिकायत करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे है।
जबकि छोट मोटे अतिक्रमण पर तहसील प्रशासन बुल्डोजर लेकर चल देता है। इस संबन्ध में एसडीएम आकाश सिंह से पूछने पर बताये कि शिकायत मिलने पर ऐसे माफियाओं के खिलाफ कार्यवाई की जाती है।
कुछ लोगों ने मुझसे बताया है ऐसे में इस प्रकरण की जांच कराके सभी सरकारी भूमि अतिक्रमण मुक्त करायी जायेगी।
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