वेदव्यास त्रिपाठी
प्रतापगढ़। विश्व रेडक्रास दिवस पर पर्यावरण सेना मुख्यालय पूरेखरगराय गांव में पर्यावरण सेना द्वारा आम के पौधे लगाकर और पेड़ों को बचाकर लोगों को प्रदूषण के कारण धरती पर आने वाली जलवायु परिवर्तन जैसी प्राकृतिक आपदाओं को कम करने का संदेश दिया गया।लोगों ने वर्षों पहले पर्यावरण सेना द्वारा दिए गए नारे "जय प्रकृति जय जगत" उद्घोष कर मानवता की रक्षा हेतु प्रकृति सुरक्षा एवं पर्यावरण संरक्षण का आह्वाहन किया।
इस मौके पर पर्यावरण सेना प्रमुख एवं रेडक्रॉस सोसायटी के सदस्य पर्यावरणविद् अजय क्रांतिकारी ने कहा कि रेडक्रॉस सोसायटी का गठन 08 मई 1828 को स्विट्जरलैंड के जेनेवा में जन्में हेनरी डियूनॉट ने मानवता की सेवा के लिए किया था।
जिसमें आपदाओं से प्रभावित जरूरतमंदों को राहत पहुंचाते हुए बचाव कार्य करना था।आज पूरी दुनिया पर्यावरण प्रदूषण के चलते जलवायु परिवर्तन जैसी वैश्विक समस्या से घिरी हुई है।धरती पर जल, वायु और भोजन का संकट खड़ा हो रहा है।
जिसके लिए जरूरी है कि मानवता की रक्षा के लिए सभी लोग पेड़ लगाने के साथ ही पेड़ों की रक्षा कर मानवता की सेवा के लिए आगे आएं।उन्होंने कहा कि रेडक्रॉस सोसायटी की ही तरह पर्यावरण सेना भी धरती को बचाने की एक स्वैच्छिक मुहिम है,बिना लाभ की कामना किए कोई भी व्यक्ति संगठन से जुड़कर धरती को बचाने हेतु हरित कार्य कर सकता है।
इस मौके पर धनंजय तिवारी,सुनील कुमार, आलोक तिवारी,रवि प्रकाश मिश्र एवं नमन कुमार तिवारी आदि लोग मौजूद रहे।
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