ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। शुक्रवार की शाम जिला आपदा प्रबंधन की बैठक तहसील सभागार में संपन्न हुई। जिसकी अध्यक्षता अपर जिलाधिकारी सुरेश कुमार सोनी ने किया।
जिसमें बाढ़ से प्रभावित क्षेत्र के लेखपालों, राजस्व निरीक्षकों एवं ग्राम प्रधानों के साथ-साथ आपदा से प्रभावित लोगों के साथ बैठक की गई और बैठक में अपर जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि बाढ़ से प्रभावित गांव की सूची तैयार की जाए, इसके साथ-साथ नाव, गोताखोर एवं नाविको की सूची तैयार करके एक सप्ताह के भीतर तहसील मुख्यालय पर जमा कराई जाए।
एडीएम ने नदी के कटान वाले क्षेत्र को चिन्हित करके कड़ी निगरानी के निर्देश भी दिए हैं। महत्वपूर्ण पहलू यह रहा की अपर जिला अधिकारी ने कहा कि किसी भी देवी आपदा के समय यदि पशुओं की हानि होती है तो उन्हीं पशुपालकों को मुआवजा मिलेगा जिनके पशुओं का रजिस्ट्रेशन या ट्रैकिंग होगी। यदि रजिस्ट्रेशन नहीं है तो उन्हें मुआवजा नहीं दिया जाएगा।
बाढ़ से निपटने के लिए सभी इंतजाम एक सप्ताह में पूरे करने के निर्देश दिए गए हैं। इस मौके पर उप जिलाधिकारी हीरालाल ने सभी राजस्व निरीक्षकों एवं लेखपालों को निर्देशित किया कि तत्काल प्रभाव से बाढ़ संबंधित कार्य में लग जाएं, इस कार्य में किसी भी प्रकार की शिथिलता नहीं बरती जाएगी।
इस मौके पर आपदा प्रबंधन से राजेश कुमार, तहसीलदार नरसिंह नारायण वर्मा, तहसील के चारों नायब तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक, लेखपाल तथा ग्राम प्रधान आदि उपस्थित रहे।
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