रजनीश ज्ञान प्रकाश करनैलगंज(गोंडा)। किसान व राहगीरों के साथ-साथ पुलिस भी छुट्टा जानवरों से परेशान हैं। एक दर्जन से अधिक छुट्टा जानवर प्रतिदिन शाम होते ही कोतवाली के गेट पर पहुंच जाते हैं और वही अपना जमावड़ा लगा देते हैं।
उन्हें भी पता है कि उनकी सुरक्षा कहां हो सकती है। रविवार की रात्रि करीब 1 कोतवाली करनैलगंज के मुख्य द्वार पर करीब 1 दर्जन से अधिक छुट्टा जानवर बैठे थे। जब पुलिस वालों से इस संबंध में बात किया गया कि यह छुट्टा जानवर कहां से आए तो पुलिस वालों का जवाब था कि पूरे दिन इधर-उधर घूमने के बाद शाम को यह सभी जानवर कोतवाली के सामने बैठ जाते हैं।
इन्हें भगाया नहीं जाता है। बल्कि मेस में बचे खाने को खिला दिया जाता है। जिससे इनकी आदत बन गई है और प्रतिदिन कोतवाली के सामने पड़े मैदान में सभी मवेशी इकट्ठा होकर बैठ जाते हैं। इनसे किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं होता है इसलिए इन्हें भगाया नहीं जाता है।
कोतवाल सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि छुट्टा जानवरों को पकड़वा कर गौशाला भिजवाने का काम नगर पालिका का है मगर नगर पालिका अपने दायित्व का निर्वहन नहीं कर रही है ऐसे में उन्हें कोतवाली परिसर से भगा दिया जाए तो किसानों का नुकसान करेंगे इसलिए भगाया नहीं जाता है।
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