अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय के एम एल के पी जी कॉलेज बलरामपुर सभागार में बीएड विभाग की ओर से विद्वत व्याख्यान का आयोजन किया गया। व्याख्यान में वक्ताओं ने सांस्कृतिक राष्ट्रवाद विषय पर विस्तृत जानकारी दी।
1 मई को आयोजित व्याख्यान का शुभारंभ मुख्य वक्ता मुख्य अतिथि डॉ बाल मुकुन्द पाण्डेय राष्ट्रीय संगठन सचिव अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना समिति नई दिल्ली, कार्यक्रम अध्यक्ष प्राचार्य प्रो0 जे पी पाण्डेय, विशिष्ट अतिथि डॉ सच्चिदानंद चौबे व विभागाध्यक्ष बीएड प्रो0 राघवेंद्र सिंह ने दीप प्रज्वलित एवं मां सरस्वती के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करके किया।
महाविद्यालय की छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना व स्वागत गीत प्रस्तुति के साथ ही व्याख्यान की औपचारिक शुरुआत हुई। मुख्य वक्ता डॉ बाल मुकुंद पाण्डेय ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि सांस्कृतिक राष्ट्रवाद राष्ट्रीय पहचान का सभ्यतामूलक आधार और नागरिक जीवन का चरम उत्कर्ष है।
भारत विश्व कल्याण की बात करता है। भारत एक आध्यात्मिक राष्ट्र है। भारतीयों को राष्ट्र की चित्त से एकात्मकता है। भारत एक देश नहीं बल्कि एक ऐसा राष्ट्र है जिसे मां की संज्ञा देते हैं और यही विश्वास की नींव ही भारतीय संस्कृति है।
कार्यक्रम अध्यक्ष प्राचार्य प्रोफेसर जे पी पाण्डेय ने सभी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जीवन जीने की पद्धति ही संस्कृति है। मानवता सबसे बड़ा धर्म है और मानव सेवा सनातन संस्कृति है। विशिष्ट अतिथि डॉ सच्चिदानंद चौबे ने कहा कि अनेक विषमताओं के बाद भी अखंड भारत रहा इसी को सांस्कृतिक राष्ट्रवाद कहते हैं, सभी के सुख की कामना करना ही सांस्कृतिक राष्ट्रवाद का प्रतीक है।
कार्यक्रम संयोजक प्रो0 श्रीप्रकाश मिश्र ने सभी के प्रति स्वागत उदबोधन दिया। महाविद्यालय के मुख्य नियंता प्रो0 पी के सिंह, विभागाध्यक्ष बीएड प्रो0 राघवेंद्र सिंह, सीमा सिन्हा ने सभी का बुके भेंटकर स्वागत किया।
कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालय के एसोसिएट एन सी सी ऑफिसर लेफ्टिनेंट( डॉ) देवेन्द्र कुमार चौहान ने किया। इस दौरान अतिथियों को अंगवस्त्र व स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मान किया गया।
इस अवसर पर पूर्व प्राचार्य प्रो0 प्रमिला तिवारी, प्रो0 रेखा विश्वकर्मा, डॉ अशोक कुमार, वनस्पति विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ राजीव रंजन, डॉ दिनेश मौर्य, डॉ आज़ाद प्रताप, डॉ प्रखर त्रिपाठी, डॉ एस के त्रिपाठी, डॉ स्वदेश भट्ट, डॉ सुनील शुक्ल, डॉ कृतिका तिवारी, डॉ आशीष लाल, डॉ वंदना सिंह व डॉ कमलेश कुमार सहित अन्य कई लोग मौजूद रहे।
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