पं बागीश तिवारी
गोंडा। जनपद के थाना छपिया अंर्तगत एक गांव में पूछ ताछ के दौरान एक दरोगा द्वारा गर्भवती महिला ने धक्का देकर गिराने का आरोप लगाते हुए चोट लगने के कारण गर्भ खराब होने का आरोप लगाया हुए कार्यवाही की मांग की है।
एक शिकायती तहरीर में घटना की जांच करने गए थाने के एक उपनिरीक्षक पर गर्भवती महिला ने धक्का देने का आरोप लगाते हुए गर्भ खराब होने की शिकायत करते हुए महिला ने छपिया पुलिस को तहरीर देकर कार्यवाही किए जाने की मांग की है।
थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी ने छपिया पुलिस को दिए तहरीर में बताया कि वह सोमवार की सुबह 10 बजे अपने घर पर काम कर रही थी तभी विपक्षी मुकेश व पुजारी उसको गाली देने लगे।
जिसकी शिकायत महिला ने स्थानीय थाने पर की थी और एक दरोगा जी पहुंचे थे और सारी घटना का हवाला देकर महिला दरोगा जी से बात करने लगी तभी दरोगा जी गुस्सा गए तथा पीड़ित महिला को ही धक्का देकर गिरा दिया जिससे उसके पेट में दर्द होने लगा और इलाज कराने गई जहां पर पता चला कि 4माह का गर्भ खराब हो गया है।
इस दौरान विपक्षी गण लगातार जान से मारने की धमकी दे रहे हैं पीड़िता ने छपिया पुलिस को तहरीर देकर विपक्षियों के विरुद्ध कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक छपिया शतानंद पांडेय ने बताया की यह मामला एक गांव का जमीनी विवाद था और 29 मई को दरखास्त आई थी जिसमें जांच की जा रही है।तथा थाने से कोई सब इंस्पेक्टर या सिपाही,होमगार्ड तक मौके पर नहीं गए हैं।
सारे आरोप निराधार हैं।और थाने पर जो शिकायती प्रार्थना पत्र मिला है, उसमें दरोगा जी के विरुद्ध कोई आरोप नहीं है। यह सब पुलिस पर दबाव बनाने के लिए लोग वायरल कर रहे हैं।
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