रजनीश ज्ञान प्रकाश करनैलगंज(गोंडा)। तहसील दिवस या थाना समाधान दिवस महज मजाक बन कर रह गया है। शिकायत पर शिकायत मगर समाधान केवल कागजों व फर्जी रिपोर्टों पर हो रहा है। भूमि विवाद एवं सरकारी जमीनों पर कब्जे के मामले कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं और तहसील दिवस के तर्ज पर थाना समाधान दिवस में भी शिकायतों का अंबार दिखाई देने लगा है। इससे साफ है कि इन शिकायतों के निस्तारण में कर्मचारियों की लापरवाही और शिकायतों पर महज रिपोर्ट लगाकर निस्तारण कर देना जैसे नियम बन गया है। शनिवार को करनैलगंज कोतवाली में आयोजित समाधान दिवस में फरियादियों की भारी भीड़ देखने को मिली। जिसमें तमाम मामले ऐसे हैं जिनके निस्तारण नहीं हुए और पहले से उनकी शिकायतें लंबित चल रही है। थाना समाधान दिवस में कुल 28 मामले आए जिसमें तीन का निस्तारण मौके पर किया गया। समाधान दिवस की अध्यक्षता एसडीएम न्यायिक अशोक कुमार गुप्ता एवं जनसुनवाई के लिए नायब तहसीलदार रोहित कुमार एवं संतोष कुमार यादव के साथ-साथ प्रभारी निरीक्षक सुधीर कुमार सिंह जन समस्याओं को सुन रहे थे। अधिकांश शिकायतें भूमि विवाद और सरकारी चकमार्ग, ग्राम समाज की भूमि पर कब्जा होने की थी। जिस पर एसडीएम ने राजस्व विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम बनाकर निस्तारण करने के निर्देश दिए।
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