मोहम्मद सुलेमान /राकेश कुमार सिंह
गोंडा! माहे रमजान के मुबारक महीने में रखे रोजा पढ़े नमाज करें कुरान शरीफ की तिलावत हाफिज अब्दुल वफा
माहे रमजान का शुक्रवार को तीसरा जुम्मा और 15 वा रोजा है इस माहे रमजान के मुबारक महीने में सभी मुस्लिम पढ़े नमाज ज्यादा से ज्यादा करें कुरान शरीफ की तिलावत हाफिज अब्दुल वफा ने बताया कि माहे रमजान का रोजा रखने का तरीका ही अल्लाह ने कुछ अलग बनाया है इस माहे रमजान में जवान शरीर हाथ पैर नाक कान सभी का रोजा रखना चाहिए इसी से अल्लाह अपने रोजेदारों से खुश होता है और ज्यादा से ज्यादा इबादत करना चाहिए माहे रमजान में मुंह का रोजा इसलिए रखा जाना चाहिए कि किसी की बुराई ना करें हाथ का रोजा इसलिए है कि हाथ से कोई गलत काम ना करें पैर का रोजा है कि गलत रास्ते पर पैर ना बढ़ाएं तथा कान का रोजा है कि कोई भी गलत काम ना सुने आंख का रोजा है कि गलत चीज ना देखें और यह रोजा अल्लाह को काफी पसंद है रोजेदार इस माहे रमजान के महीने में ज्यादा से ज्यादा इबादत करें नमाज पढ़े कुरान पढ़ें इस माह में एक नेक काम करने से 70 नेकियों का जवाब मिलता है इसीलिए सच्चे मन से रोजा रखे और अल्लाह की इबादत करें!
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ