उमेश तिवारी
महराजगंज :नेपाल- भारत का सदियों पुराना रिश्ता है। मुट्ठी भर लोग इस रिश्ते में खटास डालने का निरंतर प्रयास करते हैं। लेकिन ऐसे लोग कभी अपने मंसूबे में सफल नहीं होंगे। नेपाल में इस समय राजनीतिक अस्थिरता है नागरिकता विधेयक को लेकर पूरे देश की जनता समर्थन में खड़ी है । ऐसे में नागरिकता विधेयक राष्ट्रपति के पास पहुंचने के बाद भी पास नहीं हो पाता है। राष्ट्रपति जो पूरे देश के होते हैं लेकिन राष्ट्रपति एक पार्टी विशेष बन कर रह गई थी। नेपाल में मुट्ठी भर लोग ही भारत का विरोध कर राजनीति करते हैं। जब कि भारत नेपाल का आत्मा से संबंध है।
उक्त बातें शुक्रवार को नेपाली सीमा क्षेत्र में बेलहिया कस्बे के एक होटल में पत्रकारों से बातचीत में नेपाल लुंबिनी प्रदेश के विधायक एवं पूर्व मंत्री चंद्रकेश उर्फ सीके गुप्ता ने कही।
श्री गुप्ता ने कहां की भारत का विरोध मुट्ठी भर लोग करते हैं वह भी राजनीति में नेतृत्व ना मिलने के कारण होता है। सरकार स्थिर होगा तो देश का विकास होगा। वर्तमान
में मधेश से लेकर पहाड़ तक नागरिकता विधेयक सबसे बड़ी समस्या है। स्थिर सरकार बनने के बाद इस जटिन समस्या का समाधान हो जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि भारत और नेपाल के संबंधों को बेहतर बनाने के लिए सीमावर्ती क्षेत्र से जुड़े सभी विधायक व स्थानीय स्तर पर नेताओं के साथ जुट कर भारत-नेपाल संबंधों को मधुर बनाए रखने के लिए निरंतर कार्य किया जा रहा है। भारत नेपाल का संबंध रोटी बेटी से है। इस संबंध को नेपाल में बैठे चंद लोग खटास डालने का प्रयास करते रहते हैं। लेकिन कभी वह अपने मंसूबे में सफल नहीं हो पाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि संबंधों को और मजबूती प्रदान करने के लिए भारत से नेपाल आवागमन और सहज बनाने का प्रयास किया जा रहा है। जिससे कि पर्यटकों का आवागमन बढ़े । श्री गुप्ता ने कहा कि शीघ्र ही लुंबिनी प्रदेश के विधायकों का एक प्रतिनिधिमंडल उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर आवागमन को और सहज बनाने के संबंध में बातचीत किया जायेगा।
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