कमलेश
धौरहरा-लखीमपुरखीरी:जवाहर नवोदय विद्यालय के कक्षा छह में प्रवेश के लिए आज आयोजित हुई परीक्षा शांतिपूर्वक तरीके से सम्पन्न हो गई। धौरहरा क्षेत्र के तीनों ब्लाकों में सात परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। जिन परीक्षा केंद्रों पर 2576 बच्चे नामांकित थे।
परीक्षा के दौरान बड़ी संख्या में बच्चे अनुपस्थित रहे जिसको लेकर शिक्षाविदों में तरह तरह की चर्चाएं भी होनी शुरू हो गई है। वही परीक्षा के दौरान केंद्रों पर केंद्र व्यवस्थापकों के साथ साथ केंद्र से आये आब्जर्वर भी मौजूद रहे।
धौरहरा क्षेत्र में शनिवार को जवाहर नवोदय विद्यालय में कक्षा 6 में प्रवेश के लिए ईसानगर,धौरहरा व रमियाबेहड़ ब्लॉक में बने सात परीक्षा केंद्रों पर आयोजित हुई परीक्षा शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हो गई। इस दौरान सातों केंद्रों पर आधे से अधिक बच्चे अनुपस्थित रहे जिसको लेकर शिक्षाविदों ने तरह तरह के प्रश्नचिन्ह भी लगाने शुरू कर दिए है।
तीनों ब्लाकों में सात परीक्षा केंद्रों पर 2576 बच्चे थे नामांकित में
धौरहरा क्षेत्र के ब्लॉक ईसानगर में बीबीएलसी इण्टर कालेज खमरिया,पब्लिक इण्टर कालेज ईसानगर को परीक्षा केंद्र बनाया गया था। यहाँ केंद्र व्यवस्थापक संजीव कुमार मिश्रा व सीएलओ राकेश कुमार की देखरेख में परीक्षा सम्पन्न हुई।जबकि पब्लिक इण्टर कालेज में प्रधानाध्यापक सुभाष वर्मा व ऑब्जर्वर कौशलेंद्र दुबे की मौजूदगी में परीक्षा संपन्न हुई।
इसी तरह धौरहरा में दोनों केंद्रों के साथ साथ रमियाबेहड़ के तीनों केंद्रों पर परीक्षा शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई। जहां के परीक्षा केंद्रों पर 2576 बच्चों का नामांकन हुआ था।
1506 बच्चे रहे अनुपस्थित,ईसानगर में सबसे अधिक रही अनुपस्थिति की संख्या
नवोदय विद्यालय की कक्षा 6 में प्रवेश के लिए शनिवार को धौरहरा क्षेत्र में आयोजित हुई प्रवेश परीक्षा में नामांकित 2576 में से 1506 बच्चे अनुपस्थित रहे। इस बाबत बीईओ रमियाबेहड़ ह्रदय शंकर लाल,ईसानगर बीईओ अखिलानंद राय समेत धौरहरा जीआईसी से मिली जानकारी के अनुसार ईसानगर में नामांकित 874 बच्चों में से 521 बच्चे परीक्षा केंद्र पर नहीं पहुच सके,यहाँ 353 बच्चों ने ही परीक्षा दी।
रमियाबेहड़ ब्लॉक में नामांकित 1000 बच्चों में 508 बच्चे अनुपस्थित रहे जहां 492 बच्चे ही परीक्षा में शामिल हुए वही धौरहरा में नामांकित 702 बच्चों में से 477 बच्चे अनुपस्थित रहे यहाँ 225 बच्चे ही परीक्षा में सम्मिलित हो सके।
बड़ी संख्या में अनुपस्थित बच्चों को लेकर शिक्षाविदों ने जताई चिंता
प्रदेश की इतनी बड़ी परीक्षा में इस तरह से बच्चों के अनुपस्थित होने पर पब्लिक इण्टर कालेज के पूर्व प्रधानाचार्य उमेश श्रीवास्तव ने चिंता व्यक्त की है। इतनी बड़ी संख्या में बच्चों के परीक्षा में शामिल न होने पर उन्होंने दुख प्रकट करते हुए बताया कि कारण कुछ भी हो इतनी महत्वपूर्ण परीक्षा में बच्चों के न शामिल होने से यह प्रतीक होता है कि लोग शिक्षा के प्रति कितना गंभीर है।
परीक्षा केंद्र की दूरी के साथ प्रवेश पत्र न डाउनलोड़ करना भी बनी वजह
इतनी बड़ी प्रवेश परीक्षा में इतने अधिक बच्चों के परीक्षा में न शामिल होने का एक कारण यह भी सामने आया है कि कुछ बच्चों का परीक्षा केंद्र उनके घर से 15 से 20 किलोमीटर की दूरी पर था जो इतनी भीषण गर्मी में अपने बच्चे को लू से बचाने के चक्कर मे परीक्षा केंद्र तक नहीं ले गए।
वहीं एक अहम बात यह भी सामने आई जिसमें इससे पूर्व वर्षों में परीक्षा होने के कुछ दिन पहले ही नामांकित बच्चे का प्रवेश पत्र बच्चों के स्कूल में तैनात हेड अध्यापक के माध्यम से उन तक पहुचा दिया जाता था, जो अब नहीं पहुचाया जाता है।
पिछले वर्ष की भांति इस बार भी प्रवेश पत्र अभिभावकों को स्वयं डाउनलोड करवाने के लिए कहा गया था जो जानकारी के अभाव में कंप्यूटर सेंटरों तक जाकर प्रवेश पत्र डाउनलोड़ करवाने ही नहीं पहुचें जिसकी वजह उनके बच्चे परीक्षा मे शामिल नहीं हो सके।
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