बीपी त्रिपाठी
धानेपुर (गोंडा) 9 अप्रैल। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार भले ही हर घर हरियाली जैसी योजनाओं पर करोड़ों खर्च कर क्षेत्र को हरा-भरा करने का प्रयास कर रही हो, लेकिन धानेपुर में वन विभाग व पुलिस विभाग के बेलगाम कर्मचारी और अधिकारियों के चलते ये योजनाएं सफल होना तो दूर यहां वर्षों पहले लगे हुए हरे-भरे प्रतिबंधित पेड़-पौधे भी इनकी मिलीभगत से वन माफियाओं द्वारा धड़ल्ले से काटे जा रहे हैं, जिससे धानेपुर में हरियाली की बात करना बेमानी साबित हो रहा है।
ताजा मामला धानेपुर थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत ख्वाजाजोत का है। यहां वन माफियाओं प्रतिबंधित सागौन के पेड़ों को काट डाला और जिम्मेदार सिर्फ देखते ही रहे। दरअसल, यहां जिन्हें वन की रखवाली का जिम्मा सौंपा गया है। वही हरियाली के दुश्मन बन गए हैं। पुलिस और वन विभाग की मिलीभगत से यह पूरा खेल चल रहा है, जिससे प्रतिबंधित पेड़ों की कटान की जा रही है। इस संबंध में डिविशनल फॉरेस्ट ऑफिसर व क्षेत्राधिकारी शिल्पा वर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जॉच कराई जा रही है।
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