पंश्याम त्रिपाठी / बनारसी मौर्या
नवाबगंज (गोंडा) समाज के अंतिम पायदान के व्यक्ति तक उपचार की सुविधा पहुचाने की मंशा के अनुरूप मुख्यमंत्री जन अरोग्य मेले का आयोजन सीएचसी नवाबगंज के अन्तर्गत पीएचसी तुलसीपुर माझा में रविवार को किया गया।
यहां आयोजित जन अरोग्य मेला अव्यवस्थाओं की भरमार में खुद ही बीमार नजर आया। मेले में त्वचा संबंधी मरीज, खांसी व बुखार के आए मरीज़ आये । यहां मरीजों व स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के बैठने के लिए कोई समुचित व्यवस्था नहीं है। तुलसीपुर के मजरे पूरे रामप्रसाद से इलाज के लिए आयीं लक्ष्मी देवी को खांसी व बुखार था बहनों के साथ दवा लेने आईं थीं।
खड़ी होकर चिकित्सक को अपनी समस्या बता रहीं थीं। आशा कार्यकर्ता सुनीता पांडेय ने कहा यहां हम लोगों के बैठने की व्यवस्था नहीं है बाहर धूप में बैठकर काम करने को मजबूर हैं। पीएचसी पर पानी का भी प्रबंध नहीं है।
पीएचसी पर मेले में ड्यूटी के दौरान एएनएम कनक प्रभा व सुगंधा राय मोबाइल में व्यस्त थीं सामने जमीन पर बैठी आंगनबाड़ी कार्यकत्री आपस में बातचीत कर रही थीं। यहां कुल 29 मरीजों की जांच पड़ताल कर दवा वितरित की गई।
पीएचसी तक जाने के कोई पक्का रास्ता नहीं है बीमार मरीज़ पथरीले रास्ते से होकर दवा लेने जाते हैं। परिसर में लाखों की लागत से बनी पानी की टंकी लापरवाही के कारण निष्प्रयोज्य हो चुकी है। परिसर में सब ओर झाड़ियां और गंदगी व्याप्त है।
परिसर में बन रहा हेल्थ वेलनेश सेंटर में पीली ईंट प्रयोग की जा रही है और ठेकेदार सेंटर आधा-अधूरा बनवाने के बाद गायब है जिससे यहां के कर्मचारियों में नाराजगी है। रख-रखाव ना होने से कई कमरे बेकार हो चुके हैं तो कई में ताला लटक रहा है। 06 शैय्या का कोविड-19 वार्ड भी हैंडओवर ना होने के कारण निष्प्रयोज्य लग रहा है।
पीएचसी तुलसीपुर में समस्याएं अपार हैं इसीलिए यहाँ आयोजित होने वाला मुख्यमंत्री जन अरोग्य मेला बीमार है। इस संबध में अधीक्षक विनयेश त्रिपाठी से फोन पर बात करने का प्रयास किया गया लेकिन उनका फोन नही उठा।
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