पर्यावरण सेना प्रमुख अजय क्रांतिकारी ने लोगों को जल संरक्षण एवं वर्षा जल संचयन के लिए किया जागरूक,लोगों को दिलाई जल शपथ।
वेदव्यास त्रिपाठी
प्रतापगढ़ पर्यावरण सेना द्वारा विगत वर्षो से जारी जल संरक्षण एवं वर्षा जल संचयन अभियान के तहत आज मान्धाता के सहेरुआ गांव में लोगों के बीच जाकर जल संवाद करते हुए लोगों को जल संरक्षण एवं वर्षा जल संचयन के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण हेतु लोगों को जागरुक किया गया।आगामी बरसात में बरसात की एक एक बूंद को संरक्षित कर पर्यावरण को बचाने के लिए जल शपथ दिलाई।
लोगों को जागरूक करते हुए जाने-माने पर्यावरणविद् एवं पर्यावरण सेना प्रमुख अजय क्रांतिकारी ने कहा कि जल के बिना धरती पर जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती।भूजल स्तर बढ़े और सबको पीने का पानी मिलता रहे, इसके लिए जरूरी है कि वर्षा जल का पूरी तरह से गड्ढों और तालबों में संचयन हो।आगे उन्होंने कहा कि पेड़ों की लगातार कमी होने से जलवायु परिवर्तन जैसी वैश्विक समस्या का पूरी दुनिया शिकार हो रही है।इसके लिए हमें पेड़ लगाने के साथ ही बड़े पेड़ों को कटने से बचाना है।उन्होंने कहा कि अगर पेड़ों को नहीं बचाया गया तो धरती पर भोजन और पानी का खतरा पैदा हो जाएगा।उन्होंने सभी से जल संरक्षण एवं पेड़ों को कटने से बचाने की अपील किया।
इस मौके पर सरविंद सिंह, नमन कुमार तिवारी,रवि प्रकाश मिश्र आदि लोग मुख्य रूप से मौजूद रहे ।
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