रजनीश / ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। क्षेत्र के बरखंडी नाथ महादेव मंदिर में चल रही 11 दिवसीय श्री रुद्र महायज्ञ में प्रखर राष्ट्रवादी वक्ता मोहित राज महराज ने कथा के साथ राष्ट्रवाद व हिंदुत्व के मुद्दों पर जमकर संबोधन किया।
उन्होंने श्रीमद्भागवत गीता व रामचरितमानस से कई सारे उदाहरण देकर लोगों को जागरूक करने का भी प्रयास किया। उन्होंने प्रत्येक हिंदू जनमानस से अपने घर में रामचरितमानस और भगवद्गीता रखने की भी अपील की। कथा प्रवक्ता मोहित राज महराज ने बताया श्रीमद्भागवत गीता के अध्याय 4 का श्लोक 7 और 8 है, जो गीता के प्रमुख श्लोक में से एक है।
“यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत।
अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम्।।”
जब-जब इस पृथ्वी पर धर्म की हानि होती है, विनाश का कार्य होता है, और अधर्म आगे बढ़ता है, तब-तब मैं ईश्वर पृथ्वी पर किसी ना किसी रूप में अवतरित होकर विधर्मीयों का समूल विनाश करता है।
कथा मंच से उन्होंने कहा कि समय रहते भारत सरकार को हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाना चाहिए। दूसरी तरफ श्रीमद् भागवत कथा में अयोध्या धाम से आए रामजी दास महराज ने अरणी मंथन द्वारा अरणी भगवान का प्राकट्य की कथा के साथ-साथ भगवान शिव के विवाह का गुणगान किया।
कथा प्रवक्ता रामजी दास महाराज ने भगवान शिव के चरित्र चित्रण के साथ-साथ प्रभु श्री राम एवं भगवान श्री कृष्ण की महिमा का बखान किया। इस मौके पर भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने कथा का श्रवण किया।
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