कमलेश
धौरहरा-लखीमपुर खीरी:धौरहरा वनरेंज की गनापुर बीट में मिलिक ग्रामसभा में वन विभाग ने अपनी 60 हेक्टेयर जमीन कब्जा मुक्त कराई है। इस जमीन पर एक ही व्यक्ति कई सालों से कब्जा जमाए था। वन क्षेत्राधिकारी ने इसे गंभीरता से लेते हुए एसडीएम धौरहरा से आदेश करवाने के बाद राजस्व विभाग की संयुक्त टीम से पैमाइश करवाकर 60 हेक्टेयर जीमन से अवैध कब्जेदारों को बेदखल कर वन विभाग को जमीन सौंप दी है।
घाघरा नदी के पार गनापुर वनबीट में धौरहरा वन विभाग की तमाम भूमि पर अवैध कब्जेदार काबिज हैं। अपनी जमीनों पर कब्जेदारी के सिलसिले में वन क्षेत्राधिकारी एन के चतुर्वेदी ने इसे गंभीरता से लेते हुए एसडीएम को अवगत कराया जिसको लेकर एसडीएम ने राजस्व विभाग को कब्जा दिलाए जाने का आदेश दिया था।
जिसके अनुपालन के क्रम में वन क्षेत्राधिकारी एन के चतुर्वेदी ,वन दरोगा किशन लाल,उत्तम कुमार पांडेय,राजेश दीक्षित,अम्बुज मिश्रा, ब्रजेश शुक्ला,अनिल कुमार समेत अन्य वन कर्मचारियों के साथ थाना ईसानगर के उपनिरीक्षक धर्मेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे,वही राजस्वकर्मी कैलाश यादव,कानूनगो रामचंद्र,सुधीर श्रीवास्तव व अन्य राजस्व कर्मियों ने विवादित जमीन की पैमाइश कर करीब 60 हेक्टेयर कृषि योग्य भूमि कब्जा मुक्त कराई।
राजस्व कर्मियों ने वन विभाग की चिन्हित जमीन पर निशान लगाकर वन विभाग को सौंप दिया। वही अचानक वन विभाग द्वारा की गई कार्रवाई को लेकर अवैध कब्जेदारों में अफ़रातफ़री का माहौल बना हुआ है।
इस बाबत वन क्षेत्राधिकारी एन.के चतुर्वेदी ने बताया कि अभी मिलिक में वन विभाग की 60 हेक्टेयर जमीन को कब्जा मुक्त करवाया गया है। उसके साथ ही अन्य गांवों में मौजूद विभाग की जमीन को चिन्हित करवाया जा रहा है जल्द ही उसको भी कब्जा मुक्त करवा लिया जायेगा।
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