रजनीश / ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। तहसील के करीब तीन दर्जन ईट भट्टों पर बिना रॉयल्टी जमा किए ही मिट्टी खनन करा कर ईंट निर्माण व व्यापार किया जा रहा है। जिससे सरकार को प्रतिमाह लाखों का चूना लगाया जा रहा है।
नियमानुसार ईट भट्टों पर मिट्टी की आवश्यकता के लिए खनन विभाग में रॉयल्टी जमा कर मिट्टी का खनन कराने की अनुमति ली जाती है मगर करनैलगंज तहसील के करीब 96 ईंट भट्ठों में से 3 दर्जन ईट भट्ठा मालिक ऐसे हैं जिन्होंने न तो मिट्टी के लिए रॉयल्टी जमा किया है और न खनन का परमिशन लिया है।
फिर भी रातों-रात जेसीबी से अवैध तरीके से मिट्टी का खनन कराया जा रहा है। ग्राम बीबी सिंह बटौरा नहर के आसपास, ग्राम भोका, पतीसा, मनिकापुर, असरना, अमोढवा, सकरौरा ग्रामीण के गज्जू पुरवा, कस्तूरी, मैजापुर, चौरी, हलधरमऊ आदि गांव ऐसे हैं जहां रातों-रात अवैध तरीके से जेसीबी और डंपर, ट्रैक्टर ट्राली चल रही है और बिना किसी अनुमति या रॉयल्टी के मिट्टी का व्यापार किया जा रहा है।
इस अवैध खनन को लेकर एसडीएम ने कड़ा रुख अख्तियार किया है। एसडीएम हीरालाल का कहना है कि रात में अवैध तरीके से मिट्टी खनन रोकने के लिए नायब तहसीलदारों की अलग-अलग टीम बनाई गई है। इसके अलावा हुए स्वयं रातों में निकलकर अवैध तरीके से मिट्टी खनन को रोकने व खनन करने वाले लोगों के विरुद्ध कार्रवाई करेंगे।
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