कमलेश
धौरहरा-लखीमपुरखीरी:धौरहरा क्षेत्र के कफारा मे लगने वाले ऐतिहासिक सेतुवाही मेले मे शिक्षा संघर्ष मोर्चा/फाउंडेशन की तरफ से उत्कृष्ट सम्मान समारोह व कवि सम्मलेन का आयोजन किया गया। जिसमे उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षको,पत्रकारों व नवाचरों को सम्मानित किया गया।
कफारा के लीला नाथ मंदिर मे लगे ऐतिहासिक सेतुवाही मेले में शिक्षा संघर्ष मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेश गंभीर के द्वारा उत्कृष्ट सम्मान समारोह व कवि सम्मलेन का आयोजन किया गया।
कवि सम्मेलन का शुभारंभ महेश गंभीर व मेला कमेटी के अध्यक्ष राशीष अवस्थी के द्वारा दीप प्रज्वलन एवं काव्या दीक्षित की वाणी वंदना से हुआ। कवि सम्मलेन का संचालन हास्य कवि विशेष शर्मा ने किया। वीर रस के युवा कवि शोभित तिवारी सूर्य ने पढ़ा-अलग हैं जातियां सबकी मगर परिवार है भारत,हमारी धमनियों में रक्त का संचार है भारत,न हिन्दू हैं,न मोमिन हैं,फकत हम हिन्द के वासी,हमारी एकता का भव्यतम आधार है भारत।
वही मयंक मोहन दीक्षित ने -तेरे दर पर देखो यार दीवाना आया है, तू प्यार का कर इजहार दीवाना आया है। गीत पढ़कर श्रोताओं का मन मोह लिया। शशांक पांडेय ने भगवान राम पर छंद पढ़े। मितौली से आये अमित कैथवार ने- 'हमारे जिस्म का कोई भी हिस्सा काटकर देखो,हमारे जिस्म की नस-नस में हिन्दुस्तान बहता है" की खूब सराहना हुई ,रमेश मौर्या नवांकुर की कविताओं ने सबको प्रभावित किया,कमल पाण्डेय ने भी अपनी हास्य रचनाओं से श्रोताओं को गुदगुदाया। जगदीश पांडेय ने व्यंग्य पढ़े।ओज के कवि अतुल मधुकर ने गौरैया बचाओ अभियान पर लिखा गीत "खेत बंटे खलिहान बंटे और बांटी फुलवारी ,बोलो नीलगगन पर मेरी कितनी हिस्सेदारी" सुनाकर लोगों को आकर्षित कर लिया।
संचालन कर रहे हास्य कवि विशेष शर्मा ने पढ़ा "चलती मटक मटक के क्या कमाल चाल है। कुछ मनचलों के दिल में मचती धमाल है,चेहरा हसीन हुस्न देख भ्रम न पालिए,बिल्डिंग हुई कबाड़ पुट्टी का कमाल है। इस दौरान कार्यक्रम मे उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षको व नवाचरों को सम्मानित किया गया।
सम्मेलन में मुख्य रूप से उमेश अवस्थी,अभय अवस्थी,संदीप शर्मा,राकेश मिश्रा, दिलीप शर्मा,सहित शिक्षा संघर्ष मोर्चा की टीम मौजूद रही।
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