जनक राम वर्मा
अलावल देवरिया गोंडा। पंडरी कृपाल ब्लाक के अंतर्गत आने वाले ग्राम सभा धनौली में हर वर्ष की भाँति इस वर्ष 3 मार्च शुक्रवार को मनाया गया विश्व वन्यजीव दिवस लोगों को किया गया जागरूक। वन दरोगा नन्द गोपाल श्रीवास्तव ने बताया कि ग्राम सभा धनौली में शुक्रवार को विश्व वन्यजीव दिवस मना कर लोगों को जागरूक करते हुए बताया गया कि इस दिन जंगली जीवों के संरक्षण के प्रति हर वर्ष 3 मार्च को विश्व वन्यजीव दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने बताया कि वन्यजीवों से हमें भोजन तथा औषधियों के अलावा भी अनेक प्रकार के फायदे मिलते हैं। इसके अलावा वन्यजीव जलवायु को संतुलित रखने में भी सहायता करते हैं। लुप्त हो रहे वनस्पतियों और जंगली जीव-जंतुओं की प्रजातियों के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए हर वर्ष 3 मार्च को विश्व वन्यजीव दिवस मनाया जाता है। लोगों को जागरूक करते हुए बताया कि इस समय जीव-जंतुओं और वनस्पतियों की अनेक प्रजातियां धीरे-धीरे लुप्त होती जा रही हैं। समय रहते इस ओर ध्यान न दिया गया तो स्थिति और भी खराब हो सकती है। वन्यजीवों की सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करने एवं वनस्पति के लुप्तप्राय प्रजाति के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए 3 मार्च को हर वर्ष विश्व वन्यजीव दिवस मनाया जाता है।
वन्यजीवों से हमें भोजन तथा औषधियों के अलावा और भी कई प्रकार के लाभ मिलते हैं। इसमें से एक है वन्यजीव जलवायु संतुलित बनाए रखने में मदद करते हैं। ये मानसून को नियमित रखने तथा प्राकृतिक संसाधनों की पुनःप्राप्ति में सहयोग करते हैं। पर्यावरण में जीव-जंतु तथा पेड़-पौधों के योगदान को पहचानकर तथा धरती पर जीवन के लिए वन्यजीवों के अस्तित्व का महत्व समझते हुए हर साल विश्व वन्यजीव दिवस मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का मकसद बहुत ही साफ है कि दुनियाभर में जिस भी वजहों से वन्यजीव और वनस्पतियों लुप्त हो रही हैं उन्हें बचाने के तरीकों पर काम करना। पृथ्वी की जैव विविधता को बनाए रखने के लिए वनस्पतियां और जीव-जन्तु बहुत जरूरी हैं। लेकिन पर्यावरण के असंतुलन और तरह-तरह के जीव और वनस्पतियों का अस्तित्व खतरे में है इसलिए सभी लोग 11 वृक्ष अवश्य लगाएं। इस मौके पर वन कर्मी साधु शरण व ग्रामीण मौजूद रहे।
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