रजनीश / ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। जामिया मुहम्मदिया तैय्यबतुल बनात सकरौरा में हजरत हाफिज व कारी ताहिर के नेतृत्व व हंजला खान अलीमी मिस्बाही की अध्यक्षता में जश्ने रिदाये क़राअत कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसका संचालन कारी तौसीफ रजा ने किया। कार्यक्रम में हजरत अल्लामा मुफ्ती अब्दुल कय्यूम मिस्बाही,मुफ्ती हजरत हाफिज व कारी रियासत, हजरत मौलाना नसीम खान के साथ साथ अन्य क्षेत्र के विद्वानों ने कार्यक्रम में भाग लिया। कार्यक्रम में विद्वानों ने लोगों को विशेष रूप से शिक्षा के महत्व और उपयोगिता की जानकारी देते हुए कहा कि ज्ञान के बिना मानव जीवन जानवरों के समान है। कार्यक्रम का शुभारंभ मौलाना आबिद मिस्बाही की तिलावते क़ुरआन से हुआ। इसके बाद हाफिज व कारी अबरार ने नतिया कलाम और फिर हजरत अल्लामा मौलाना मुजककिर खान मिसबाही, उस्ताज अमीरूल उलूम मीनाईया ने ज्ञान की श्रेष्ठता को समझाते हुए कहा कि जब समाज में शिक्षित महिलाएं होंगी तो समाज भी पवित्र होगा। साथ ही हजरत अल्लामा कारी निसार मिस्बाही ने कहा कि अब्राहम लिंकन ने कहा था कि तुम हमें शिक्षित माता दो और हम तुम्हें श्रेष्ठ समाज देंगे। इसके बाद महिलाओं का कार्यक्रम हुआ जिसमें सैयदा अंजुम साहिबा फैजाबाद रौनाही ने महिलाओं को क़ुरआन के बारे में बताया। प्रोग्राम का आयोजन मदरसा तैयबतुल बनात सकरौरा के नाज़िमे आला हाजी जुबेर रूमी की देख रेख में आयोजित किया गया। इस दौरान पूर्व चेयरमैन रामजीलाल मोदनवाल, अब्दुल हफ़ीज़ रूमी, सहाफी मोहम्मद इरफान, मास्टर मोहम्मद अहमद सहित सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद रहे।
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