कृष्ण मोहन
गोण्डा:रिश्तों में मां ही एक ऐसा रिश्ता है जो अपने मातृत्व प्यार के लिए कुछ भी कर गुजरने की साहस रखती है। यही नहीं जिसको मातृत्व सुख की प्राप्ति नहीं होती है,वे मातृत्व सुख के लिए चिकित्सीय उपचार के साथ साथ देव स्थानों तक माथा पटकती है,तमाम प्रयासों के बाद असफल होने पर वे खुद को पूरी जिंदगी कोसती रहती है, लेकिन मनकापुर क्षेत्र में ठीक इसके विपरीत एक मामला प्रकाश में आया है जहां अभागन मां ने अपने नवजात मासूम को जन्म देने के उपरांत तालाब के किनारे मरने के लिए छोड़ दिया।
लग रहे है दो तरफा कयास
नवजात बच्ची के मिलने को लेकर जहां लोग सामाजिक लोक लाज के भय से किसी कुलक्षिणी मां का कारनामा बता रहे है वही दबी जुबान से यह बात भी कही जा रही है कि कुछ लोग इस आधुनिक युग में भी पुत्र उत्पत्ति ही सर्वत्र मानने की बात को लेकर अटकलें लगा रहे है। जिससे सरकार का बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ अभियान का दम घुटता नजर आ रहा है।
कहां का है मामला
मामला मनकापुर कोतवाली क्षेत्र के बक्सराआज्ञाराम के मजरे पाठक पुरवा का है।मंगलवार तड़के शौच के लिए तालाब पर गई एक महिला को कपड़े में लपेटा नवजात दिखा। वह वहां से आकर यह सूचना अपने गांव में दी। जिसे देखने के लिए जहां ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी वही किसी ने डायल 112 को सूचना दी।
पुलिस ने कराया उपचार
मनकापुर पीआरबी 3427 को एक इवेंट मिला कि बक्सराआज्ञाराम में तालाब के किनारे जीवित दशा में एक नवजात शिशु पड़ा है । सूचना पर पहुंची पीआरबी व मनकापुर पुलिस ने नवजात को तत्काल मनकापुर सीएचसी उपचार के लिए लाया गया। जहां मौके पर मौजूद चिकित्सक डॉ आलोक कुमार गुप्ता ने प्राथमिक उपचार कर मासूम को जिला मुख्यालय रिफर कर दिया। मनकापुर पुलिस ने मासूम को महिला आरक्षी के जरिए तत्काल जिला मुख्यालय भेजवाया। जाते समय रास्ते में मासूम की मौत हो गई।
डॉक्टर आलोक ने बताया कि नवजात को उपचार के लिए लाया गया था , उस समय नवजात लड़की की नाल देखने से ऐसा लग रहा था कि किसी अनुभवी द्वारा नाल काटा गया है। उसे तुरंत जिला मुख्यालय रिफर कर दिया गया था।
बोले अतिरिक्त प्रभारी निरीक्षक
मनकापुर प्रभारी कोतवाल ने अरुण कुमार राय ने बताया कि नवजात को इलाज के लिए मनकापुर से जिला मुख्यालय रिफर किया गया था, रास्ते में नवजात की मौत हो गई है।शव का पंचायतनामा भरकर आवश्यक कार्यवाही की जा रही है।
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