Type Here to Get Search Results !

Bottom Ad

राहुल की सदस्यता रदद होने में भाजपा का रचा रचाया स्वांग साजिश के रूप में हुआ बेनकाब: प्रमोद तिवारी



कुलदीप तिवारी 

लालगंज, प्रतापगढ़। राज्यसभा मे विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने कहा है कि राहुल गांधी ने लोकसभा मे अडानी व पीएम मोदी के रिश्ते पर सवाल उठाते हुए भाषण दिया इसीलिए भाजपा के इशारे पर लोकसभा सचिवालय ने चौबीस घंटे के भीतर उनकी संसद सदस्यता रदद करने का संसदीय परंपरा के विपरीत हथकण्डा अपनाया। उन्होने सवाल उठाया है कि ट्रायल कोर्ट ने राहुल गांधी को दोषी ठहराते हुए अधिकतम दो वर्ष की सजा सुनायी और साथ ही तीस दिन अपील का भी समय दिया तो भी सत्ता पक्ष ने जिस तरह हडबड़ी दिखाई उससे यह साफ हो गया है कि यह सारा स्वांग राहुल गांधी की सदस्यता को खत्म करने के लिए ही रचा गया था। उन्होने सरकार पर हमलावर होते हुए कहा कि जिस तरह से राहुल गांधी की संसद सदस्यता रदद किये जाने की प्रक्रिया अपनाई गयी उससे यह भी साफ हो गया है कि यह स्वांग नही साजिश है। राज्यसभा मे विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि निचली अदालत ने फिर से सुनवाई शुरू होती है और मात्र अठारह तारीखों मे केस खत्म हो जाता है तथा आदेश भी हो जाता है। ऐसे मे बकौल प्रमोद तिवारी अडानी की लूट से घबरायी बीजेपी हुकूमत लोकसभा सचिवालय की अधिसूचना जारी होते ही राहुल गांधी को घर भी खाली कराने का आदेश देने मे तनिक भी देर नही कर सकी। शुक्रवार को यहां मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ल के हवाले से जारी बयान में प्रमोद तिवारी ने एक नया सवाल दागा कि सरकार यह भी बताए कि आखिर अडानी की शेल कंपनियो मे बीस हजार करोड़ रूपये की इतनी बडी धनराशि तब कहां से आयी जब यह भी सवाल उठ रहा है कि डिफेंस फील्ड मे काम कर रही इन कंपनियों मे एक चीनी नागरिक भी शामिल है। उपनेता विपक्ष प्रमोद ने कहा कि विपक्ष की जेपीसी मांग इसलिए भी अडिग है क्योंकि देश जानना चाहेगा कि आखिर यह चीनी नागरिक कौन है। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि सरकार अडानी के बचाव मे इस तरह अमादा है कि राज्यसभा मे नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के द्वारा अडानी के संदर्भ मे सदन मे दिये गये भाषणो के भी महत्वपूर्ण अंशो को संसद के रिकार्ड से हटा दिया गया। उन्होने कहा कि देश यह जानना चाहेगा कि आखिर राहुल गांधी के द्वारा अडानी के घोटाले के संदर्भ मे संसद मे भाषण के जरिए सवाल उठाते हुए नौ दिन बाद ही कैसे राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का प्रकरण एकाएक फिर तेजी से शुरू हो गया। उन्होने कहा है कि राहुल गांधी ने लोकसभा अध्यक्ष को दो बार लिखित रूप से अनुरोध भेजा कि उन्हें सदन मे जबाब देने दिया जाय लेकिन उन्हें बोलने का अवसर नही दिया गया। विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि इससे यह भी साफ हो गया है कि पीएम नही चाहते कि अडानी से उनके रिश्ते का पर्दाफाश हो और देश के सामने सच्चाई की स्थिति बयां न हो सके। उन्होने भाजपा अध्यक्ष जेपी नडडा के द्वारा ओबीसी समुदाय के आरोप की भी निंदा करते हुए कहा कि राहुल ने किसी समुदाय विशेष को कतई निशाना नही बनाया जिसके कारण नडडा का आरोप भी घटिया चाल और हताशा ही साबित हुई है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि भाजपा और पीएम इसलिए घबराये है कि उन्हें देश को यह जबाब देते अब नहीं बन रहा है कि यह सरकार देश की अर्थव्यवस्था को खोखला करने वाले भगौड़ों को आखिर बचा क्यों रही है। उन्होने कहा कि मंहगाई व बेरोजगारी तथा सामाजिक असमानता और संस्थानों पर कब्जा किये जाने के मुददो को कांग्रेस निडर होकर उठाती रहेगी। प्रमोद तिवारी ने बलपूर्वक कहा है कि मोदी सरकार चोरों व घोटालेबाजों का पर्दाफाश करने के लिए ही राहुल गांधी पर निशाना साध रही है। कांग्रेस नेता ने कहा कि पार्टी लोकतांत्रिक ढंग से इन मुददो पर संघर्ष करेगी और जीत हासिल करके रहेगी।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Top Post Ad



 




Below Post Ad

5/vgrid/खबरे