सुनील उपाध्याय
बस्ती । जिले मे शासन के निर्देशानुसार मण्डल के तीनो जनपद में जनपद स्तरीय न्यूबार्न एक्शन प्लान बनाने के लिये मण्डलायुक्त योगेश्वरथराम मिश्र ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया है। विकास कार्यों की मण्डलीय समीक्षा बैठक में उन्होंने कहा कि वर्ष 2030 तक शिशु मृत्यु दर सिंगल डिजिट में करने का लक्ष्य है। उन्होंने जननी सुरक्षा योजना के अन्तर्गत विगत वर्ष में आशा एवं लाभार्थियों का भुगतान ने किये जाने पर असंतोष व्यक्त किया। उन्होंने मातृ मृत्यु आडिट शतप्रतिशत कराने का भी निर्देश दिया है। समीक्षा में उन्होंने पाया कि मातृ मृत्यु दिसम्बर में 113, जनवरी में 123 तथा फरवरी में 137 हुयी है। उन्होंने इसके रोकथाम के लिये कार्यवाही करने का निर्देश दिया है।
मण्डलायुक्त ने सी.एच.सी., पी.एच.सी तथा हेल्थ वेलनेस सेंटर पर मानक के अनुरूप दवाओं की उपलब्धता न होने पर असंतोष व्यक्त किया। समीक्षा में उन्होंने पाया कि जन्मजात दोष वाले बच्चों की संख्या बढ़ रही है तथा 818 में केवल 684 का इलाज हो पाया है। उन्होंने सभी बच्चों का इलाज कराने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि टीकाकरण कार्य में भी मण्डल की प्रगति धीमी है। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अन्तर्गत आंगनवाड़ी केन्द्रों का निरीक्षण कम हो रहा है तथा 511 अति कुपोषित बच्चों का इलाज अभी भी लम्बित है। उन्होंने तीनो सी.एम.ओ. को निर्देश दिया है कि कार्यों में तेजी लाये।समीक्षा में उन्होंने पाया कि गोल्डन कार्ड बनाने की प्रगति धीमी है तथा निजी अस्पतालों में उपचार कराने वालों की संख्या अधिक हो रही है। उन्होंने सरकारी अस्पतालों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। परिवार नियोजन कार्यक्रमों मे भी अपेक्षित प्रगति न पाये जाने पर उन्होंने असंतोष व्यक्त किया। उन्होंने तीनो जिलों में बाढ़ से सुरक्षा के लिये कार्ययोजना बनाकर अभी से तैयारी शुरू करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि स्वीकृत परियोजनाओं के सापेक्ष शासन से धन प्राप्त कर लें, आवश्यकता पड़ने पर प्रशासन से समन्वय स्थापित करके भूमि की व्यवस्था करें तांकि समय से कार्य पूरा हो सके।
उन्होंने मुख्य अभियंता विद्युत को निर्देश दिया कि विद्युत बिल बकाये की वसूली के लिये प्रत्येक खण्ड में एक-एक गाड़ी सम्बन्धित तहसील को उपलब्ध करायें। उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में उद्यमियों की ग्राउण्ड ब्रेकिंग सेरेमनी का आयोजन होना है अतः प्राथमिकता पर उन्हें विद्युत कनेक्शन उपलब्ध करायें। समीक्षा में उन्होंने पाया कि उर्जीकरण के लिये 909 आवेदन अभी भी लम्बित हैं। उन्होंने कहा कि हड़ताल के दौरान विद्युत कर्मियों द्वारा तार काटा गया, सायकिल की चेन डाली गयी। उन्होंने इसके लिये दोषी कर्मचारियों पर एफ.आई.आर. कराने का निर्देश दिया है।
उन्होंने कहा कि इस समय बरसात एवं ओलावृष्टि से फसल की क्षति हो रही है। 72 घण्टे के भीतर इसका आंकलन करके राजस्व एवं कृषि विभाग किसानों को तत्काल सहायता उपलब्ध कराये। उन्होंने फसल बीमा योजना के अन्तर्गत किसानों को फसल क्षतिपूर्ति का भुगतान शीघ्रातिशीघ्र करने का निर्देश दिया। मण्डल में कुल 25999 किसानों के फसल का बीमा कराया गया है। उन्होंने कहा कि फसल कटने के साथ ही गोशालाओं के लिए भूसा बैंक स्थापित किया जाये तथा गोशालओं में खाली भूमि पर नेपियर घास लगायी जाये।
सड़क निर्माण कार्यों की समीक्षा करते हुये उन्होंने कहा कि कि संत कबीर नगर में नवम्बर माह में धन प्राप्त होने के बाद भी अभी तक कोई व्यय नहीं किया गया है। इसी प्रकार मण्डल में कुल 52 करोड़ रूपये का भुगतान बाकी है, जिसमें से 40 करोड़ रूपये सिद्धार्थनगर जिले में है। यहां पर कुल 17 परियोजनाएं निर्माणाधीन हैं। परियोजना निदेशक सेतु निगम ने बताया कि बारहछत्तर सेतु एप्रोच मार्ग की भूमि का किसानों से रजिस्ट्री का कार्य शुरू हो गया है, इसको शीघ्र पूर्ण करके चालू कर दिया जायेगा।
उन्होंने इण्डिया मार्क-2 हैण्ड पम्प रिबोर कराने से पहले जल निगम में टेक्निकल असेस्मेंट कराने का निर्देश दिया। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास पूर्ण करने के लिये तेजी लाने का निर्देश दिया है। नमामि गंगे योजना के अन्तर्गत बस्ती मे 19 तथा संत कबीर नगर में 15 पूर्ण पेयजल परियोजनाओं का विद्युत कनेक्शन शीघ्र कराने का निर्देश दिया। उन्होंने तीनो जिलों में भूगर्भ जल सम्बन्धी कार्ययोजना अप्रैल माह में पूर्ण कर प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।
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