वेदव्यास त्रिपाठी
लालगंज,प्रतापगढ़। कांग्रेस के राज्य सभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने सर्वोच्च न्यायालय की पूर्ण पीठ द्वारा चुनाव आयोग के गठन को लेकर दिए गए निर्णय को ऐतिहासिक करार दिया है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की पांच सदस्य पूर्ण पीठ के इस निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि देश में लोकतांत्रिक मूल्यों की मजबूती के लिए इस वक्त की आवश्यकता भी कहा है। सांसद प्रमोद तिवारी ने गुरुवार को चुनाव आयोग के गठन के लिए सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश और नेता प्रतिपक्ष की संयुक्त टीम द्वारा इसके गठन के लिए एक मत से लिए गए निर्णय को दूरगामी परिणाम साबित होने वाला महत्वपूर्ण फैसला कहा है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से भारतीय जनता पार्टी अब तक एक तरफा मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्त का चयन कुछ घंटों में कर देती थी, और उससे चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल भी खड़ा होता रहा है। बकौल कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी अभी तक जल्दबाजी में सत्तारूढ़ बीजेपी के चुनाव आयोग की गठन की प्रक्रिया को लेकर सबसे बड़ा आरोप यह लगता रहा है कि वह सत्तारूढ़ दल की मदद कर रहा है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर तमाम तरह के उठ रहे सवाल इस फैसले के बाद स्वत: समाप्त हो जाएंगे। मीडिया प्रभारी ज्ञान प्रकाश शुक्ला के हवाले से जारी बयान में सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि अडानी के हिंडनबर्ग प्रकरण पर भी सर्वोच्च न्यायालय द्वारा उच्च स्तरीय समिति का गठन भी एक बड़ा कदम है ।उन्होंने विश्वास जताया कि इस उच्चस्तरीय समिति के गठन के बाद मोदी सरकार की छत्रछाया में सबसे बड़े भ्रष्टाचार का भी खुलासा होने के साथ दोषी जनता की अदालत में दंडित होंगे।
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