पंश्याम त्रिपाठी/बनारसी मौर्या
नवाबगंज(गोंडा)। क्षेत्र के तुरकौली ग्राम सभा में चल रही श्रीमद् देवी भागवत कथा में सत्य व वचन पालन पर आधारित हरिश्चंद्र की कथा का वर्णन कर उपस्थित श्रोताओं में सत्य एवं वचन पालन के माध्यम से धर्मनिष्ठ भक्ति पथ पर निरंतर चलने का संदेश दिया गया ।
आगे की कथा का वर्णन करते हुए व्यास आचार्य भोलानाथ तिवारी ने कहा कि सत्यम एवं वचन पालन हेतु अयोध्या के रघुकुल शिरोमणि महाराजा हरिश्चंद्र ने अपना सर्वस्व दान कर दिया था । समाज में हम सदैव राम राज्य की कल्पना करते हैं । लेकिन लोग सत्य एवं वचन पालन के मार्ग पर कभी भी चलना स्वीकार नहीं करते । ऐसे में रामराज्य की कल्पना व्यर्थ है । समाज का प्रत्येक जिम्मेदार नागरिक यदि यह संकल्प ले ले कि हम सदैव सत्य बोलेंगे और जो भी बोलेंगे उसका पालन भी करेंगे । तो एक सभ्य समाज के साथ-साथ रामराज्य की संकल्पना को भी साकार किया जा सकता है । आगे उन्होंने कहा कि सत्य का अनुसरण करते हुए वचन पालन करने वाले प्रत्येक महापुरुषों के आगे देवता भी नतमस्तक होते हैं । उन्होंने कहा कि कथा सिर्फ एक पूजा नहीं है, बल्कि लोक कल्याण का सबसे सुगम मार्ग है । कथा एवं प्रवचन में वाचन की जाने वाली देव वाणी को सुनकर अदने से अदने व्यक्ति में परिवर्तन आ सकता है । और वह एक सभ्य समाज के निर्माण में महापुरुष की भाति अपनी उपस्थिति दर्ज करा सकता है । इस अवसर पर महंत स्वामी चिन्मयानंद , ओम प्रकाश , घनश्याम निषाद , राकेश निषाद , विनोद कुमार गुप्ता , डॉक्टर अरुण सिंह, धर्मेंद्र सोनी सहित सैकड़ों श्रोता उपस्थित रहे l
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