पं श्याम त्रिपाठी/ बनारसी मौर्या
नवाबगंज (गोंडा)क्षेत्र के माझा क्षेत्र के बाढ़ग्रस्त और आंशिक बाढ़ग्रस्त गावों ब्यौंदा उपराहर, माझा, दत्तनगर, तुलसीपुर माझा, गोकुला, नकहरा, सेमरा शेखपुर सहित तमाम गांवों में सरयू नदी में आई बाढ़ के पानी ने पिछले वर्ष खूब प्रलय मचाई थी जिसकी जद में आने से घर-मकान सैकड़ों बीघा धान व गन्ना की फसलें तबाह हो गई थी बाढ के कारण किसानों की कमर टूट गई थी । जिसके बाद यहां किसानों ने कड़े संघर्ष से किसी तरह दोबारा जीवन यापन शुरू किया।
लेकिन सरयू नदी ने सोमवार से फिर कटान शुरू कर दी।नदी की तीव्र कटान की चपेट में साकीपुर गाँव के किसानों रामसुफल यादव की 8 बीघा, हृदयनाथ की 9 बीघा, रामप्रताप यादव की 3 बीघा व अम्मर यादव की 7 बीघा गेहूं की फसल कटकर नदी में समा गई। कटान की जद में आने से बिजली खंभा भी गिर गया तार टूटने से बिजली की आपूर्ति भी ध्वस्त है । पीड़ित किसान रामसुफल का कहना है कि बाढ़ में घर और गन्ने की फसल पहले ही बह गई थी। अब फिर से कटान लगने से गेहूं की फसल भी नदी में समा जा रही है। जिससे परिवार वालों के मुंह से खाने का निवाला छिन रहा है ।समस्या बढती जा रही है।
हल्का लेखपाल ओमप्रकाश वर्मा ने कहा कटान की सूचना है जांच कर रिपोर्ट तहसील को भेजी जा रही है।
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