कुलदीप तिवारी
लालगंज, प्रतापगढ़। नगर की बाजार में शनिवार की रात प्रतिष्ठान में अचानक अज्ञात कारणों से आग लग जाने से लाखों की सम्पदा जलकर नष्ट हो गयी। नेशनल हाई-वे की बाजार में प्रतिष्ठान में आगजनी की घटना को लेकर आधी रात तक अफरा तफरी का माहौल बना दिखा। स्थानीय व्यापारियों के प्रयास के साथ पुलिस एवं फायर ब्रिगेड के द्वारा दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर किसी तरह नियंत्रण हो सका। हालांकि फायर ब्रिगेड सूचना के बावजूद घटना के करीब बीस मिनट बाद मौके पर पहुंच सकी। इसे लेकर व्यापारियों में गुस्सा भी देखा गया। बाजार में लालगंज प्रतापगढ़ रोड पर मस्जिद के सामने स्व. हरिहर प्रसाद मोदनवाल के पुत्र व्यापारी रज्जू मोदनवाल ने जनरल स्टोर तथा गिफ्ट सेन्टर खोल रखा है। शनिवार की रात रज्जू परिवार के साथ दुकान बंद कर दूसरी मंजिल पर खाने पीने चले गये। रात करीब सवा दस बजे दुकान के अन्दर से धुंआ उठता देख आस पास के व्यापारी चीखने चिल्लाने लगे। नीचे शोरशराबा सुन पीड़ित व्यापारी रज्जू भी बदहवास दुकान के सामने पहुंचा। इस बीच दुकान के अन्दर आग धधक कर जलने लगी। आग पर काबू पाने के लिए व्यापारियों ने समरसेबल से पानी छोड़ना शुरू किया। इस बीच फायर ब्रिगेड को सूचना दी गयी। फोन पर कई बार प्रयास के बाद जब सम्पर्क नहीं हो सका तो कुछ लोग बाइक से फायर ब्रिगेड मुख्यालय पहुंचे। तब फायर ब्रिगेड का दस्ता मौके पर पहुंचा। जानकारी मिलने पर कोतवाल कमलेश पाल भी भारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गये। इस बीच पुलिस ने नेशनल हाईवे पर स्टेट बैंक के पास तथा चैक एरिया में भारी वाहनों को रूकवाया। कुछ वाहनों का रूट डायवर्जन भी कराया गया। बीच बीच में बिजली गुल होने से भी आग बुझाने में मशक्कत कर रहे व्यापारियों को गुस्से में देखा गया। हालांकि पुलिस ने बिजली विभाग से सम्पर्क कर आपूर्ति चालू करवाया। आगजनी में दुकान में रखे लगभग दस लाख से अधिक के कीमती सौन्दर्य प्रसाधन तथा कीमती सामान जलकर नष्ट हो गये। दुकान में आगजनी को लेकर व्यापारी व परिवार के सदस्य भी रोते बिलखते दिखें। करीब पौने बारह बजे रात आग पर पूरी तरह काबू पाया जा सका। इस दौरान बाजार में स्थानीय लोगों तथा व्यापारियों का भारी जमघट लगा दिखा। बाजार में आधी रात तक अफरा तफरी का माहौल भी बना दिखा। लोगों में यह चर्चा रही कि राष्ट्रीय राजमार्ग में आगजनी की इस घटना ने जिस तरह से फायर ब्रिगेड के लापरवाही का नजारा पेश किया ऐसे में यदि मकान के ऊपरी हिस्से में मौजूद गैस सिलेण्डर फट जाता तो बड़ी जनहानि भी सम्भावित थी। इधर घटना में प्रशासनिक लापरवाही की भी एक और पहलू उजागर करती दिखी है। नगर की व्यस्ततम् बाजार में हादसे को रोकने के लिए फायर ब्रिगेड के द्वारा पाइपलाइन में जलापूर्ति के लिए हाइडेंट का प्रस्ताव अभी तक लटका हुआ है।
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