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संसद की वित्त मंत्रालय स्थायी समिति में डा. मनमोहन सिंह की जगह प्रमोद तिवारी को मिली बड़ी जिम्मेदारी



 कुलदीप तिवारी

लालगंज प्रतापगढ़। भारत सरकार की संसद में महत्वपूर्ण कमेटी वित्त मंत्रालय की स्थायी समिति में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी अब पूर्व प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह की जगह लेंगे। उपनेता बनने के बाद प्रमोद तिवारी का विŸा मंत्रालय जैसी संसदीय समिति में स्वयं पूर्व प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह के सुझाव पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ द्वारा राजाज्ञा निर्गत होने से पार्टी मे लगातार वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी के बढते कद को लेकर कांग्रेसियो मे मंगलवार को उत्साह चरम पर दिखा। संसद की वित्त मंत्रालय की स्थायी समिति मे महत्वपूर्ण सदस्य होने के साथ प्रमोद तिवारी के नाम एक और बड़ी उपलब्धि पर भी मुहर लगी है। राज्यसभा के सभापति उपराष्ट्रपति की अध्यक्षता में गठित संसद के कार्य संचालन तथा महत्वपूर्ण निर्णयों से जुड़ी कार्य मंत्रणा समिति में भी प्रमोद तिवारी कांग्रेस का प्रतिनिधित्व करने का उत्तरदायित्व संभालेंगे।

कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी हाल ही में पार्टी संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी के द्वारा राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे की संस्तुति पर उपनेता प्रतिपक्ष के महत्वपूर्ण पद पर आसीन हुए हैं। पूर्व प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह ने अपनी अस्वस्थता के कारण संसद की वित्त मंत्रालय की स्थायी समिति के सदस्य के तौर पर त्याग पत्र दिया। डा. मनमोहन सिंह ने पार्टी नेतृत्व व सदन मे नेता विपक्ष को अपनी जगह समिति में संसदीय विधाओं मे अनुभवी तथा मर्मज्ञ माने जाने वाले प्रमोद तिवारी को सदन की इस महत्वपूर्ण कमेटी में वरिष्ठता के आधार पर सदस्य नामित किये जाने का सुझाव स्वयं सौंपा। पूर्व पीएम डा. मनमोहन सिंह के सुझाव पर अमल करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने विपक्ष के नेता के तौर पर प्रमोद तिवारी के नाम का प्रस्ताव संसदीय दल की चेयरपर्सन सोनिया गांधी को सौंपा। सोनिया ने प्रमोद के नाम पर मुहर लगाते हुए संसदीय दल की ओर से उप राष्ट्रपति को नियुक्ति के लिए पार्टी का संस्तुति पत्र भेजवाया। इस पर उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने प्रमोद तिवारी को समिति का सदस्य नामित किये जाने की राजाज्ञा निर्गत की है। संसद के वित्त मंत्रालय सलाहकार की स्थायी समिति की महत्वता सियासी हल्के मे इसलिए भी बड़ी आंकी जाती है कि ईडी आदि तमाम महत्वपूर्ण संस्थाएं इस समिति के क्षेत्राधिकार में भी निहित हुआ करती है। वहीं दूसरी बार राज्यसभा के लिए निर्वाचित प्रमोद तिवारी के संसदीय कार्य से जुडे अनुभवो को देखते हुए उपराष्ट्रपति ने सभापति के रूप में संसद के कार्य संचालन तथा महत्वपूर्ण निर्णयों से जुडी कार्य मंत्रणा समिति मे भी प्रमोद तिवारी को कांग्रेस का प्रतिनिधित्व सौपने की एक और महत्वपूर्ण जिम्मेदारी पर भी मुहर लगायी है। सांसद प्रमोद तिवारी पहले से ही भारत सरकार की अति महत्वपूर्ण गृह मंत्रालय और जल संसाधन मंत्रालय के भी स्थायी सदस्य हैं। भारत सरकार के वित्त मंत्रालय की महत्वपूर्ण समिति मे देश के जाने माने अर्थशास्त्री एवं पूर्व प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह का स्वयं प्रमोद तिवारी के नाम का सुझाव दिया जाना पार्टी के संसद में प्रमोद तिवारी के आर्थिक तथा राजनीतिक मुददो पर तार्किक फोकस की भी बडी स्वीकार्यता आंकी जा रही है। प्रमोद तिवारी के इधर लगातार पार्टी में बढते कद को लेकर लोगों मे उनकी दस जनपथ से नजदीकी के साथ कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की भी बेहतरीन पसंद पर सियासी हलकों में अहम चर्चा का हिस्सा देखा सुना जा रहा है। राज्यसभा मे विपक्ष के उपनेता बनने के बाद प्रमोद तिवारी पार्टी की राष्ट्रीय मसलों से जुडी नीतियों के निर्धारण में अहम अंग होने के साथ अब देश के सियासी परिदृश्य में विपक्ष के एक बडे नेता के रूप में मजबूत मुकाम भी बनाते देखे जा रहे हैं। यह जानकारी राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी के मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ल ने मंगलवार को यहां देते हुए कमेटियों मे प्रमोद तिवारी के चयन की उप राष्ट्रपति द्वारा निर्गत राजाज्ञा का पत्र भी जारी किया है। वहीं राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी की वित्त मंत्रालय जैसी महत्वपूर्ण कमेटी के सदस्य के साथ संसद की कार्य मंत्रणा समिति मे भी प्रतिनिधित्व को लेकर कार्यकर्ताओं व समर्थकों एवं प्रशंसको मे उत्साह व हर्ष का माहौल बढ़ा देखा जा रहा है।

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