ग्राम पंचायत दौलतापुर की महिला प्रधान के जाति प्रमाण पत्र में फर्जीवाड़ा का लगाया गया था आरोप
जांच कर रही टीम ने महिला प्रधान के जाति प्रमाण पत्र को दी हरी झंडी
आनंद गुप्ता
पलियाकलां-खीरी।ग्राम पंचायत दौलतापुर की महिला ग्राम प्रधान पर फर्जी प्रमाण पत्र बनवा कर चुनाव जीतने का आरोप लगाया गया था। शिकायतकर्ता ने उच्चाधिकारियों से लेकर हाईकोर्ट से रिट दायर कर जांच कराए जाने की मांग की थी। हाईकोर्ट के निर्देश के बाद डीएम ने एक टीम गठित की थी जिसकी जांच पूरी हो चुकी है। डीएम की मौजूदगी में जांच कमेटी के सभी सदस्यों के साथ दोनों पक्षों के द्वारा प्रस्तुत किए गए साक्ष्यों में महिला प्रधान का जाति प्रमाण पत्र सही पाया गया।
ग्राम पंचायत दौलतापुर की महिला ग्राम प्रधान साफिया बानो प्रधानी के चुनाव में पिछड़ी सीट पर चुनाव लड़ी थी। चुनाव में उन्होंने जीत दर्ज की थी। ग्राम पंचायत निवासी विवेक सिंह ने तहसील पलिया द्वारा जारी पिछड़ी जाति प्रमाण पत्र के विरुद्ध उच्च न्यायालय इलाहाबाद लखनऊ बेंच में रिट याचिका की थी, माननीय उच्च न्यायालय के आदेश निर्देश में उक्त जाति प्रमाण पत्र की जांच जिला स्तरीय जाति प्रमाण पत्र जांच समिति के समक्ष चल रही थी। जांच कमेटी के द्वारा महिला प्रधान को नोटिस दिया गया था। नोटिस प्राप्त होने के बाद महिला ग्राम प्रधान ने जांच कमेटी के समक्ष उपस्थित होकर अपना जवाब और जाति प्रमाण पत्र से संबंधित सभी कागजात प्रस्तुत किए थे, जिनकी जांच तहसील स्तर आदि से बिंदुवार लंबित थी और पूर्व में की भी जा चुकी थी। शिकायतकर्ता विवेक सिंह के द्वारा की गई फर्जी जाति प्रमाण पत्र की शिकायत में गठित जांच कमेटी के द्वारा बिंदुवार जांच की गई। डीएम महेंद्र बहादुर, अपर जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी वीरपाल व एसडीएम पलिया कार्तिकेय सिंह द्वारा की गई बिंदुवार जांच में अवलोकन किया गया। दोनों पक्षों द्वारा प्रस्तुत अभिलेखों का गहनता से परीक्षण किया गया तथा दोनों पक्षों को सुना गया। अधिकारियों द्वारा जारी जांच पत्र में कहा गया है कि शिकायतकर्ता विवेक सिंह द्वारा ऐसे ठोस साक्ष्य व तर्क प्रस्तुत नहीं किए जा सके जिससे साफिया बानो को जारी शेख शरवरी पिछड़ा वर्ग जाति प्रमाण पत्र को निरस्त करने में सहायक होते। बिंदुवार जांच के बाद दोनों पक्षों की मौजूदगी में जांच टीम ने साफिया बानो को निर्गत शेख शरवरी पिछड़ा वर्ग जाति प्रमाण पत्र सही पाया गया। महिला ग्राम प्रधान साफिया बानो ने कहां कि चुनावी रंजिश के चलते उप पर आरोप लगाया जा रहा था। उन्होंने कहा कि सत्य परेशान हो सकता है पराजित नहीं। जांच कमेटी के द्वारा बिंदुवार जांच हुई जिसमें वह सही थी और सही साबित हुईं।
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