अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर के तहसील तुलसीपुर क्षेत्र में के जनकपुर गांव में स्थापित मुक्तेश्वर नाथ महादेव मंदिर परिसर में संगीतमय श्रीराम कथा का शुभारंभ बुधवार की रात्रि में किया गया कथा सुनने के लिए प्रथम दिन से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु एकत्रित हुए । आयोजक समाजसेवी धीरेंद्र प्रताप सिंह धीरू ने श्री व्यासपीठ की विधिवत पूजा पाठ किया एवं कथा वाचक संत सर्वेश जी महराज को अंगवस्त्र भेंट कर आशीर्वाद लिया ।
22 मार्च को जनकपुर के मुक्तेश्वर नाथ महादेव मंदिर पर शुरू हुई संगीत में श्रीराम कथा के प्रथम दिन अयोध्या धाम से आए कथा व्यास सर्वेश जी महाराज ने कहा कि एक बार राम कथा सुनने शिव जी कैलाश मानसरोवर से तमिल नाडु कुंभज ऋषि के आश्रम गए और साथ में सती जी को लेकर गए ।तुलसी बाबा ने श्री रामचरितमानस में लिखा है कि एक बार त्रेता जुग माही संभू गए कुंभज रिशपाही । संघ सती जग जननी भवानी पूजे ऋषि अखिलेश्वर जानी ।। जब कथा महात्मा जी ने गाई तो केवल शिवजी ने सुनी सती जी ने नहीं सुनी उनको संदेह हो गया और जब उनके मन में तर्क आया तो शिवजी को अच्छा नहीं लगा शिव जी ने कहा अगर रामजी में विश्वास नहीं है तो जाकर परीक्षा ले लो लेकिन जब सती जी परीक्षा के लिए गई तो सीता का वेश धारण की जिससे भोलेनाथ जान गए और उसी कारण से उनका त्याग कर दिया और फिर दक्ष प्रजापति के यज्ञ में उनका जलना हुआ दोबारा सती जी का जन्म पार्वती के रूप में राजा हिमांचल माता महीना के उधर से हुआ। कथा उपरांत आरती कर आज की कथा का समापन हुआ । इसी क्रम में सभी श्रद्धालुओं ने भोजन प्रसाद पंडाल में प्रसाद पाया। इस अवसर पर राकेश सिंह जी (पूर्व जिला अध्यक्ष) आयोजक डॉ.धीरेन्द्र प्रताप सिंह धीरू ,भाजपा, जन्मेजय सिंह,डी पी सिंह बैस, राम प्रसाद सिंह जी, मनीष सिंह शुभेंद्र मिश्र (गौरव), अभिषेक सिंह सुजीत सिंह शिवम जी सहित सैकड़ों भक्त माताएं बहनें उपस्थित रही।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ