वेदव्यास त्रिपाठी
प्रतापगढ़, पूरे अंती में चल रही श्रीमद्भागवत कथा में बुधवार को कथा व्यास राघवाचार्य जी महाराज ने कहा कि यांत्रिक अविष्कारों ने पूरी दुनिया में अशांति फैला दी है।आज ऐसे ऐसे अस्त्र-शस्त्र बन गए हैं जिनके प्रयोग से पूरी दुनिया का को नष्ट किया जा सकता है। मनुष्य ने अपने यांत्रिक अविष्कारों के कारण जीव जंतु एवं प्रकृति से छत्तीस का आंकड़ा बना लिया है। प्रकृति को परेशान करेंगे तो निश्चित रूप से उसका दुष्परिणाम भी झेलना पड़ेगा। राघवाचार्य ने कहा कि ईश्वर सबको समान रूप से प्यार करता है। उन्होंने कहा कि आज रामायण की चौपाइयों को लेकर लोग तरह-तरह की बातें बता रहे हैं । एक चौपाई उन्हें दिखाई दे गई लेकिन रामचरितमानस के आदर्शों पर उन्होंने जरा भी ध्यान नहीं दिया। विभीषण का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि राज्य की कामना के साथ विभीषण ने राम की शरण ली और राम ने उन्हें युद्ध से पहले ही भगवान लंका का राज्य सौंप दिया था। उसी समय जब लक्ष्मण एवं अन्य ने प्रश्न किया कि यदि रावण इससे पहले ही संधि कर लेगा तो आप का दिया हुआ वचन कैसे विभीषण से पूरा किया जाएगा। तो भगवान राम ने कहा कि मैं अपने छोटे भाई भरत से बोलूंगा कि उन्हें अवध का सिंहासन इसके बदले दे दे। इस दौरान विनोद पांडेय, पूर्व सभासद संतोष दुबे, सच्चा आश्रम के महंत मनोज ब्रह्मचारी, भाजपा नेता पिंटू सिंह सहित सैकड़ों की संख्या में लोगों ने श्री राम कथा का आनंद उठाया।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ