उमेश तिवारी
महराजगंज जिले के सिसवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सकों की गैरहाजिरी, महिला चिकित्सक की नियुक्ति तथा अनियमितताओं सहित सात सूत्रीय मांगों को लेकर शुक्रवार को नगर के युवाओं का शुरू हुआ बेमियादी भूख हड़ताल शनिवार को आमरण अनशन में तब्दील हो गया। दोपहर बाद धरना स्थल पर पहुंचीं सीएमओ के आश्वासन के बाद अनशन समाप्त हो गया। सीएमओ ने मांगों को पूरा कराने का भरोसा दिया।
बताते चलें कि शुक्रवार को स्वास्थ्य केंद्र पर चिकित्सकों की उपस्थिति अनिवार्य किए जाने, सीसीटीवी कैमरा लगाए जाने, महिला चिकित्सालय बहाल किए जाने, महिला चिकित्सक की नियुक्ति किए जाने, बायोमेट्रिक हाजिरी लगाए जाने सहित सात सूत्रीय मांगों को लेकर नगर के युवा सभासद प्रतिनिधि राजन विश्वकर्मा के नेतृत्व में भूख हड़ताल पर बैठ गए। हालांकि, इस बीच एसीएमओ डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने धरना स्थल पर पहुंचकर बातचीत से मामले को संभालने का प्रयास किया, लेकिन बातचीत बेनतीजा रही। इसके बाद से आक्रोशित युवा पुनः भूख हड़ताल पर बैठ गए थे। पूरी रात धरनास्थल पर बैठने के बाद शनिवार को सुबह आंदोलनकारियों ने भूख हड़ताल को आमरण अनशन में तब्दील कर दिया। अनशन पर बैठे सभासद प्रतिनिधि ने कहा कि जब तक सीएमओ स्वयं आकर जनहित की मांगों को पूरा करने का आश्वासन नहीं देतीं, तब तक अनशन जारी रहेगा। दोपहर बाद सीएमओ डॉ. नीना वर्मा धरनास्थल पर पहुंचकर आंदोलनकारियों से वार्ता की। उन्होंने छह मांगों को पूरा कराए जाने का आश्वासन दिया। जबकि महिला चिकित्सालय को बहाल कराए जाने हेतु शासन को लिखे जाने की बात कही। इस पर आंदोलनकारियों ने अनशन समाप्त किया। इस मौके पर सद्दाम खान, अजय सिंह, सूरज पांडेय, निखिल रौनियार, नितिन यदुवंशी, अभिषेक जायसवाल, छवि कुमार, नवीन मद्धेशिया, रजत तिवारी, आशुतोष गाडिया आदि मौजूद रहे।
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