सुनील उपाध्याय
बस्ती। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में कला उत्सव की तैयारियां जोरों पर हैं । शुक्रवार को शिक्षकों और डीएलएड प्रशिक्षुओं द्वारा ग्रुपों में निपुण लक्ष्य, पर्यावरण संरक्षण और लोक कलाओं से सम्बंधित विषयों का चित्रण दीवालों पर किया गया। डायट प्राचार्य जितेंद्र गोंड ने बताया कि दो दिवसीय कला उत्सव कार्यक्रम 13 और 14 मार्च को प्रस्तावित है जो डायट के प्रांगण में धूमधाम से मनाया जायेगा जिसमें बड़ी संख्या में प्रशिक्षु और शिक्षक प्रतिभाग करेंगे साथ ही प्रदर्शनी अवलोकन जन सुलभ रहेगी।
कार्यक्रम के नोडल और कला प्रवक्ता डॉ गोविन्द ने बताया कि नई शिक्षा नीति में कला एवं क्राफ्ट शिक्षा पर जोर दिया गया है। शासन के निर्देश के क्रम में व्यवसायिक कौशल के प्रोत्साहन हेतु जनपद स्तरीय कला उत्सव का आयोजन किया जा रहा है जिसमें कला के विविध आयाम जैसे गायन, वादन, फोटोग्राफी, चित्रकला, काव्यकला, रंगोली आदि को शामिल किया गया है। इसका उद्देश्य निचले स्तर पर लोगों को जागरूक करना है। साथ ही कला एक ऐसी अभिव्यक्ति है जिसके द्वारा मनुष्य अपनी भावनाओं का प्रदर्शन करता है। कला के माध्यम से विद्यार्थियों में सृजनात्मकता एवं विचारों की अभिव्यक्ति आदि गुण बहुत ही आसानी से उत्पन्न किए जा सकते हैं।
दीवारों पर चित्रण करने वालों में रवीश कुमार मिश्र, मारुत नंदन, चंद्रशेखर, श्रुति त्रिपाठी, संध्या त्रिपाठी, शशि वर्मा, सुरभि ओझा, राजपति, राम कमंडल, अमरेंद्र सिंह, रमेश विश्वकर्मा, चंद्रप्रकाश, अनिल कुमार सहित बड़ी संख्या में शिक्षक और डीएलएड प्रशिक्षु शामिल रहे।
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