उमेश तिवारी
महाराजगंज जनपद के लक्ष्मीपुर क्षेत्र के बनर्सिहा कला में गौतम बुद्ध के ननिहाल देवदह में 27 दिनों से हो रहे उत्खनन के प्रगति का जायजा लेने उत्खनन विभाग की निदेशक रेनू द्विवेदी बुधवार की शाम को पहुंचीं। लगभग पौन घंटे के निरीक्षण में उन्होंने संरक्षित भूमि के बाक्सों में उत्खनन व ईंट, दीवार, स्तूप आदि का निरीक्षण किया। संबंधित को जरूरी निर्देश दिया। टैग कर उत्खनन में मिले अवशेष पर विशेषज्ञ उत्खनन एवं अन्वेषण अधिकारी राम विनय, क्षेत्रीय पुरातत्व अधिकारी प्रयागराज डॉ. राम नरेश पाल, ज्ञानेन्द्र कुमार रस्तोगी आदि से बिंदुवार चर्चा की। अबतक मिले अवशेष को कुषाणकालीन बताया।
बुधवार को निदेशक रेनू द्विवेदी अपने मातहतों के साथ उत्खनन स्थल, स्तूप पर अलग-अलग खंडों में सुपरवाइजर टीम के प्रभारियो से मिलीं। अवशेषों पर जानकारी ली। खनन के सभी सूक्ष्म बिंदुओं पर सावधानी पूर्वक कार्य का निर्देश दिया। प्रयागराज से क्षेत्रीय पुरातत्व अधिकारी डॉ. राम नरेश पाल से गहन मंत्रणा कर सभी खंडित अवशेषों के सम्बंध में जानकारी लीं।
इस संदर्भ उत्खनन निदेशक रेनू द्विवेदी ने बताया कि उत्खनन का कार्य चल रहा है। वित्तीय वर्ष पूर्ण होने के बाद कुछ दिनों के लिए उत्खनन बंद किया जायेगा। शीघ्र कार्य किया जा रहा है। अब तक मिले अवशेष कुषाणकालीन हैं। आगे उत्खनन के बाद दृश्य साफ होगा।
चार सूत्रीय सौंपा मांग पत्र :
बनर्सिहा कला में उत्खनन का निरीक्षण करने पहुंची निदेशक को देवदह बौद्ध एवं रामग्राम विकास समिति ने चार सूत्रीय मांग पत्र सौंपा। प्रमुख मांगों में उत्खनन में मिले अवशेषों को अतिथिगृह में संरक्षित किए जाने, उत्खनन जारी रखे जाने सहित अन्य मांगें शामिल हैं। इस दौरान जितेन्द्र राव, लक्ष्मी पटेल, प्रहलाद गौतम, विनय मिश्रा सहित दर्जनों लोग शामिल रहे।
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