जंगलों के उजड़ने से रिहायशी इलाकों की ओर भाग रहे हैं वन्य जीव:अजय क्रांतिकारी
वेदव्यास त्रिपाठी
जनपद प्रतापगढ़ के कोहडौर थानांतर्गत सतेवर गांव के मोछहा नहर के पास मैदान में भालू दिखाई पड़े।उन्हें देखने के लिए ग्रामीणों भीड़ उमड़ पड़ी।भालू भी इंसानों से दूरी बनाते दिखाई पड़े। माना जा रहा है कि ये भालू जंगली एवं खूंखार प्रवृत्त के नहीं बल्कि पालतू जानवरों की तरह व्यवहार कर रहे थे।इसकी जानकारी होने पर पर्यावरण सेना प्रमुख एवं वन्य जीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो भारत सरकार के वॉलंटियर अजय क्रांतिकारी सक्रिय हुए और उन्होंने तुरंत प्रभागीय निदेशक (डीएफओ)प्रतापगढ़ और पुलिस विभाग को सूचना देते हुए उन्हें संरक्षित करने हेतु अनुरोध किया।पर्यावरण सेना प्रमुख अजय क्रांतिकारी एवं वन विभाग के प्रयासों के परिणाम स्वरूप भालू को पकड़कर आगरा से आई रेस्क्यू टीम को सौंप दिया गया।अब उसे रेस्क्यू टीम द्वारा आगरा के वन्य जीव संरक्षण केंद्र में छोड़ा जाएगा।इस बाबत पर्यावरण सेना प्रमुख एवं वन्य जीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो भारत सरकार के वॉलंटियर अजय क्रांतिकारी ने कहा कि जहां एक ओर जंगलों के उजड़ने से वन्य जीव रिहायशी इलाकों की ओर भाग रहे हैं,वहीं दूसरी ओर वन्य जीव अपराधियों द्वारा इनका शिकार और गैर कानूनी रूप से पाला जा रहा है।ऐसा करना गैरकानूनी और दंडनीय है।उन्होंने कहा कि वन्य जीवों का संरक्षण करना सरकार और समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ