उमेश तिवारी
काठमांडू / नेपाल:नेपाल में बवाल मच गया है। प्रदर्शनकारियों ने राजधानी काठमांडू में जमकर पथराव किया और तोड़फोड़ मचाई. रात को वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया गया।
बताते चलें कि पड़ोसी देश नेपाल की राजधानी काठमांडू में बवाल मच गया। सोमवार (13 फरवरी) की रात काठमांडू में परिवहन-कर्मियों ने वाहनों में आग लगा दी और शापिंग माल में तोड़फोड़ की। प्रदर्शनकारियों की पुलिस से भी झड़प हुई है।
बताया जा रहा है कि काठमांडू घाटी का पब्लिक ट्रांसपोर्ट दोपहर से ही चरमरा गया था क्योंकि परिवहन उद्यमियों ने न्यू बसपार्क क्षेत्र के आसपास विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया था। शाम में परिवहन कर्मियों ने राजधानी काठमांडू के आसपास रिंग रोड के खंड को जाम कर दिया. उसके बाद पुलिस ने आक्रोशित लोगों को तितर-बितर करने के लिए कई राउंड आंसू गैस के गोले दागे, लेकिन स्थिति को नियंत्रण में नहीं ला पाई।
प्रदर्शनकारियों पर लाठी चार्ज और बिगड़े हालात
पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई तो बवाल और तेज हो गया।आक्रोशित लोगों ने पुलिस की दो गाडि़य़ों को आग के हवाले कर दिया। एक वाहन बालाजू के पुलिस उपाधीक्षक का था, जबकि दूसरी गाड़ी पुलिस द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली एक पेट्रोलिंग वैन थी। आंदोलनकारियों ने क्षेत्र में एक अस्थायी पुलिस आश्रय भी जला डाला, उन्होंने अस्थायी यातायात पुलिस चौकियों में भी आग लगा दी। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठी चार्ज भी किया था, लेकिन दोनों तरफ के घायलों की संख्या अभी पता नहीं चल पाई है।
नए यातायात नियमों का किया जा रहा विरोध
आंदोलनकारियों की अगुवाई कर रहे नेताओं ने तर्क दिया कि वे नए यातायात नियम सार्वजनिक परिवहन के हित में नहीं हैं। नए नियमों के अनुसार, घाटी में यातायात पुलिस यातायात नियम के उल्लंघन के लिए एनआर 1500 का जुर्माना वसूल रही है, जो पहली बार अपराध के लिए एनआर 500 से अधिक है। परिवहन इंडस्ट्री से जुड़े लोगों की यह भी शिकायत है कि ट्रैफिक पुलिस सड़क के किनारे वाहनों को पार्क करने के लिए भी जुर्माना वसूल रही है, जिसकी भी रकम काफी है।
14 फरवरी से पब्लिक ट्रांसपोर्ट किया जाएगा ठप
आंदोलनकारी परिवहन संचालकों ने मांग की है कि संगठित बस स्टेशनों के अभाव में उन्हें कहीं भी गाड़ी खड़ी करने की अनुमति दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि उनका धरना-प्रदर्शन नए ट्रैफिक नियमों के खिलाफ है। परिवहन संचालकों ने मंगलवार से काठमांडू घाटी के भीतर पब्लिक ट्रांसपोर्ट को ठप करने की योजना की भी घोषणा की है।
द इंडिपेंडेंट ट्रांसपोर्ट वर्कर्स एसोसिएशन आफ नेपाल, आल नेपाल ट्रांसपोर्ट एंटरप्रेन्योर्स एसोसिएशन और नेपाल ट्रांसपोर्ट वर्कर्स यूनियन ने एक संयुक्त प्रेस बयान जारी कर कहा कि वे विरोध की खातिर काठमांडू घाटी में वाहनों का संचालन नहीं करेंगे।
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