उमेश तिवारी
महराजगंज:योगी सरकार में जहां एक तरफ अपराध व भ्रष्टाचार मुक्त यूपी का नारा दिया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ दिनदहाड़े एन एच 730 पर शिकारपुर चौराहे के पास भिसवा मे निर्माणाधीन टैक्सी स्टैंड के निर्माण मे धड़ल्ले से दोयम दर्जे के ईट का प्रयोग किया जा रहा है। टैक्सी स्टैंड के निर्माण मे अंधेरगंदी तो मची ही है सबसे बड़ा आश्चर्य उसमे यह है कि रोज उक्त मार्ग से जिले के आला अफसर गुजरते हैं न तो अफसरों की उस पर नजर पड़ रही है और न ही अधिकारियों के निगाह पड़ने का भय निर्माण करने वालों पर पड़ रहा है। चौराहे पर विकास की ऐसी नींव देख लोग शासन प्रशासन पर सवाल तो खड़े कर ही रहे है दूर दराज के क्षेत्रों में विकास की ऐसी योजनाओ की मजबूती पर सरकार के दावों का मूल्यांकन भी कर रहे हैं।
बताते चलें कि शिकारपुर चौराहे पर ट्रैफिक जाम न हो इसके लिए सवारी वाहनों के लिए भिसवा गांव के सामने टैक्सी स्टैंड बनाया जा रहा है। टैक्सी स्टैंड की जगह पर काफी चौड़ी नाली बनाई गयी है जो दोयम ईटो से निर्माण की मजबूती बयां कर रही है तो वहीं स्टैंड पर निर्माणाधीन एक भवन की दीवारें भी दोयम दर्जे के ईटो पर खड़ी हो रही है। दोयम दर्जे के ईटो पर बनाए जा रहे विकास कार्य कब तक टिके रहेंगे यह तो बाद की बात है लेकिन नेशनल हाईवे पर हो रहे निर्माण मे अंधेरगर्दी पर अफसरो की नजर न पड़ने से भष्ट्राचार मुक्त सरकार की हकीकत जरुर बयां कर रही है और इस तरह अधिकारियों की नजर न पड़ना समझ से परे है।
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