उमेश तिवारी
बिहार में बढ़ते अपराध की घटनाओं को रोक पाना मुश्किल होता जा रहा है। नया मामला अररिया जिले से जुड़ा है, जहां बीते सोमवार को गांजा तस्करों ने एसएसबी 56 वीं वाहिनी के कमांडेंट सुरेंद्र विक्रम को गोली मार दी। हालांकि गोली उनके जांघ में लगी है। वहीं जवाबी कार्रवाई में एक तस्कर भी गिरफ्तार हुआ है।
वहीं जख्मी तस्कर का इलाज फारबिसगंज में चल रहा है। बताते चलें कि बिहार के अररिया में तस्कर और एसएसबी 56 वीं वाहिनी के बीच मुठभेड़ हुई है। मुठभेड़ के दौरान एस एसबी कमांडेंट सुरेन्द्र विक्रम को गोली लग गई। इस दौरान एक तस्कर को भी गोली लगी है। दोनों का इलाज चल रहा है। घटना इंडो-नेपाल बार्डर से सटे पतराहा की है। जानकारी के अनुसार घटना घूरना थाना क्षेत्र की बताई जा रही है।
बताया जा रहा है कि गांजा तस्करी की गुप्त सूचना पर कमांडेंट अपनी बटालियन के साथ बार्डर एरिया में औचक निरीक्षण करने निकले थे। सूचना मिली थी कि घूरना से एक कार में गांजा नेपाल से तस्करी कर लाया जा रहा है। गाड़ी में नीचे में गांजा और ऊपर में चाइनीज सेब लोड किया गया है।
इस दौरान कार को रोका गया। कार रोकते ही वहां पर तस्कर जुट गए। तस्कर और कमांडेंट में हाथापाई शुरू हो गई। ग्रामीणों ने भी हमला बोल दिया। इस दौरान दोनों ओर से गोलीबारी हुई। इसी दौरान तस्कर ने कमांडेंट पर गोली चला दी, जो उनके जांघ में लग गई।
घटना की सूचना मिलने पर फारबिसगंज एसडीपीओ शुभांक मिश्र के अलावा कई थाने की पुलिस और बटालियन के सैकड़ों एसएसबी जवान घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। पांच लोगों की पहचान कर ली गई है। झड़प में घूरना के एक तस्कर मोहम्मद अफाक का बेटा मोहम्मद अफताब को भी हाथ में गोली लगी है।
बहन की शादी के खरीदने गया था सेब
आफताब के परिजनों का कहना है कि अफताब अपनी बहन की शादी के लिए सेव खरीदकर फारबिसगंज से अपने घर घुरना आ रहा था। इसी दौरान रास्ते में एसएसबी के जवानों ने रोका और उसके साथ मारपीट करने लगे, फिर गोली मार दी गई। समाचार लिखे जाने तक दोनों खतरे से बाहर हैं।
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