उमेश तिवारी
नेपाल के स्टार क्रिकेटर संदीप लामिछाने इस समय विवादों से घिरे हुए हैं। संदीप पर कुछ समय पहले महिला के साथ यौन उत्पीड़न का आरोप लगा था और उन्हें इसके लिए गिरफ्तार भी किया गया था। हालांकि, क्रिकेटर को जमानत मिल गई और इसके बाद उन्हें राष्ट्रीय टीम से खेलने का मौका भी मिला।
मगर संदीप लामिछाने की मुसीबतें तब बढ़ गईं जब स्काटलैंड के खिलाड़ियों ने शुक्रवार को तीन विकेट से मैच गंवाने के बाद नेपाल के लेग स्पिनर से हाथ मिलाने से इंकार कर दिया। स्काटलैंड ने लामिछाने के आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप लीग 2 सीरीज में हिस्सा लेने का एकतरह से विरोध जताया।
स्काटलैंड के खिलाड़ियों ने मैच के बाद संदीप लामिछाने को छोड़कर नेपाल के सभी खिलाड़ियों से हाथ मिलाया। बता दें कि नेपाल क्रिकेट संघ ने जमानत मिलने के बाद लामिछाने पर से बैन हटाया और सीरीज में खेलने की मंजूरी दी, जिसमें नामीबिया भी हिस्सा ले रही है।
लामिछाने की मौजूदगी से स्काटलैंड और नामीबिया खेमे में चिंता बनी हुई है। इससे पहले नामीबिया के खिलाड़ियों ने नेपाल के खिलाड़ियों के साथ फिस्ट-बंप किया था, जिसमें लामिछाने शामिल थे, लेकिन मैच के बाद हाथ नहीं मिलाया था।
यह समझा जा सकता है कि लामिछाने के खेलने पर अन्य दोनों टीमों के खिलाड़ियों में गुस्सा भरा है। उनके बोर्ड क्रिकेट स्काटलैंड और क्रिकेट नामीबिया ने ट्राई सीरीज शुरू होने से पहले जेंडर-बेस्ड हिंसा की निंदा करते हुए केवल सामान्य बयान जारी किए थे। इसमें साथ ही कहा गया था कि नेपाल की टीम का चयन उनकी चिंता नहीं है। आईसीसी ने भी सार्वजनिक रूप से चयन पर कोई टिप्पणी नहीं की।
ऐसे में स्काटलैंड के खिलाड़ियों ने लामिछाने के साथ हाथ नहीं मिलाकर एक कड़ा सन्देश दिया है। वैसे, जानकारी मिली है कि लामिचाने को इस विरोध का अंदाजा था।
लामिछाने ने स्काटलैंड के खिलाफ 27 रन देकर तीन विकेट लिए थे। इससे पहले नामीबिया के खिलाफ उन्होंने 66 रन देकर तीन विकेट लिए थे। वैसे, सीरीज से पहले नेपाल का जो ट्रेनिंग कैंप लगा, उसमें भी लामिछाने की मौजूदगी पर जमकर विरोध हुआ था। याद दिला दें कि लामिछाने कैरेबियाई प्रीमियर लीग में खेल रहे थे तब उनके नाम का गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ था। वह अक्टूबर में लौटे और काठमांडू में गिरफ्तार किए गए थे लेकिन हाल ही में कुछ शर्तों के साथ जमानत पर बाहर आये।
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