अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर के जिला एवं सत्र न्यायालय में अपराध संबंधी मामलों के अधिवक्ता राजेश कुमार त्रिपाठी को विवेकानंद ग्लोबल यूनिवर्सिटी जयपुर द्वारा कानून में डॉक्टर आफ फिलॉसफी (पीएचडी) की उपाधि प्रदान की गई है । माना जा रहा है कि डॉ राजेश कुमार त्रिपाठी जिले के पहले ऐसे अधिवक्ता होंगे जिन्होंने कानून में पीएचडी की उपाधि हासिल की है । डॉ0 त्रिपाठी के इस उपलब्धि पर शुभचिंतकों द्वारा बधाई एवं शुभकामनाएं दी जा रही हैं ।
जानकारी के अनुसार बलरामपुर के तुलसीपुर निवासी डॉ राजेश कुमार त्रिपाठी अपराध एवं उससे संबंधित कानूनों के काफी जानकार माने जाते हैं शायद यही कारण है कि उनकी सीट पर कानून की चाह करने वालों की संख्या भी काफी देखी जाती है। डॉ राजेश त्रिपाठी को विवेकानंद ग्लोबल यूनिवर्सिटी जयपुर वीजीयू द्वारा यह प्रमाणित करने के लिए कि "अपराध और सजा से संबंधित कानून: निहितार्थ और चुनौतियां - उत्तरी भारत के संदर्भ में एक सामाजिक-कानूनी विश्लेषण" शीर्षक पर थीसिस प्रस्तुत करने पर स्वीकृति प्रदान की गई थी डॉक्टर त्रिपाठी ने अब पीएचडी की डिग्री के पुरस्कार के लिए सभी शैक्षणिक आवश्यकताओं को पूरा कर लिया है। उन्होंने प्रोफेसर डॉ. नाथू लाल गुर्जर, प्रोफेसर कानून विभाग, वीजीयू की देखरेख में अपना शोध कार्य पूरा किया है । विश्वविद्यालय द्वारा 24 जनवरी, 2023 को आयोजित अपने 'अनुसंधान बोर्ड' की बैठक में पीएचडी उपाधि प्रदान करने की स्वीकृति प्रदान की गई है। बताया गया है कि उनके द्वारा थीसिस यूजीसी के न्यूनतम मानकों और एम.फिल, पीएच.डी विनियम 2016 के तहत पुरस्कार के लिए प्रक्रिया के अनुसार प्रस्तुत किया गया था। डॉ त्रिपाठी को इस उपलब्धि के लिए अधिवक्ता अंजनी कुमार मिश्र छोटू, निरुपम त्रिपाठी, जय प्रकाश शुक्ला, रिशू मौर्य, सत्यदेव तिवारी, डॉ विनय कुमार पांडे विन्नू, राजू तिवारी, आनंद तिवारी सहित तमाम शुभचिंतकों द्वारा बधाई एवं शुभकामनाएं जा रही है।
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