रजनीश / ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। मनरेगा योजना में बड़े पैमाने पर धांधली की जा रही है मगर जिम्मेदार अधिकारी शिकायत के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं कर रहे हैं। प्रकरण विकास खंड करनैलगंज अंतर्गत ग्राम पैरौरी से जुडा है। यहां के निवासी प्रदीप कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री पार्टल के माध्यम से मुख्य विकास अधिकारी को पत्र भेजा है। जिसमें कहा गया है कि स्थानीय अधिकारियों से मिली भगत से ग्राम पंचायत पैरौरी
के विकास कार्य में बड़े पैमाने पर धांधली की जा रही हैं। मनरेगा योजना के तहत फर्जी श्रमिकों के नाम का मास्टर रोल जारी करवाकर बिना कार्य करवाए ही भुगतान किया जा रहा है। आरोप है की राम प्रसाद तिवारी के खेत से बड़कान के खेत तक 2 से 15 तक 40 श्रमिकों का मस्टर रोल निर्गत करवाकर कार्य कराया जाना दिखाया गया है। ज़ब कि इस अवधि के बीच मात्र 7 श्रमिक 10 दिवस कार्य किये है। उसी स्थान पर पुनः 17 फ़रवरी से 2 मार्च तक 48 श्रमिक का मास्टर रोल निर्गत कराया गया है। शनिवार को आयुक्त द्वारा स्थलीय उक्त सड़क का निरीक्षण किया गया। जिसमें फर्जी श्रमिकों को एक घंटे के लिए बुलाकर उनकी उपस्थिति दिखाकर जांच करवा दी गई। उनके वापस जाते ही सभी फर्जी श्रमिक वापस अपने घर चले गए। जांच की सूचना पाकर कई लोगों के साथ वह उक्त सड़क के पटाई स्थल पर 3 बजे पहुंचा तो वहां एक श्रमिक कार्य कर रहा था। कुछ देर बाद वह भी चला गया। शाम 4 बजे तक सड़क पटाई स्थल पर वह मौजूद रहा। मगर कोई श्रमिक नहीं दिखा। जिसका जीपीएस फोटो व बीडीओ भी उसके पास मौजूद है। इस तरह फर्जी श्रमिकों के नाम से मस्टर रोल निर्गत करवाकर बिना पटाई कार्य करवाए ही सरकारी धन का भुगतान किया जा रहा है। आरोप है कि उसने पूर्व में भी मनरेगा योजना में धांधली किये जाने की कई बार शिकायत कर चुका है। मगर स्थानीय अधिकारियों की संलिप्तता की वजह से कोई कार्रवाई नही हो पा रही है। उसने प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच कराकर धन की रिकबरी कराते हुए कार्रवाई किये जाने की मांग की है।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ