कांग्रेस विधानमण्डल दल की नेता ने तदर्थ शिक्षकों के वेतन भुगतान मे भी अफसरो की उदासीनता पर सरकार का किया ध्यानाकर्षण
कुलदीप तिवारी
लालगंज, प्रतापगढ़। रामपुर खास की विधायक मोना ने छुटटा मवेशियों द्वारा किसानो की फसल बर्बाद करने का मुददा विधानसभा मे उठाया है। उन्होने फसलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार से ठोस कदम उठाने की मांग उठाई है। विधायक ने तदर्थ शिक्षकों की सेवा सुरक्षा व वेतन भुगतान सुचारू रूप से जारी रखने के लिए सरकार का ध्यान आकृष्ट कराया है।
क्षेत्रीय विधायक एवं कांग्रेस विधानमण्डल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने प्रदेश भर में छुटटा मवेशियो के कारण किसानो की फसल को हो रही क्षति पर सोमवार को विधानसभा में सवाल दागा। विधायक आराधना मिश्रा मोना ने अपने वक्तव्य में प्रदेश के पशुधन मंत्री से छुटटा मवेशियो से किसानों की फसल को हो रही क्षति पर सवाल के जरिए पूछा है कि सरकार फसल बचाने के लिए कोई ठोस एवं सार्थक नीति कब तक तैयार करेगी। उन्होने कहा कि प्रदेश मे किसान फसल की लागत बढ़ने से परेशान हैं। बकौल विधायक मोना इस समय डीजल तथा खाद व बीज के दाम बढ़े हुए हैं ऐसे मे छुटटा मवेशियो से फसल तैयार करने के बाद किसान नुकसान की चिन्ता मे दिन रात खेतो की रखवाली करने की पीड़ा सह रहे हैं। उन्होने कहा कि गोवंश की रक्षा के साथ किसानो की फसल की भी सुरक्षा सुनिश्चित होनी चाहिए। उन्होने अपने सवाल मे सरकारी वेबसाइट के आंकडे का हवाला देते हुए कहा कि इस समय पिछले पांच वर्षो में सत्रह प्रतिशत प्रदेश मे छुटटा मवेशियों की संख्या मे वृद्धि हुई है। ऐसे मे क्या सरकार किसानों की फसल नुकसान की समीक्षा की नीति बनायेगी। वहीं विधायक मोना ने सरकार से यह भी जानना चाहा कि छुटटा मवेशियो से फसल नुकसान को लेकर सरकार किसानों को मुआवजा देने की भी क्या ठोस नीति सामने ले आयेगी। वहीं विधानसभा मे विधायक मोना ने सरकार से सन दो हजार तक के तदर्थ शिक्षको के नियमित न होने की स्थिति मे उनके वेतन के अविलंब भुगतान पर भी विधानसभा मे सरकार का ध्यान आकृष्ट किया है। उन्होने सरकार से कहा कि इलाहाबाद हाईकोर्ट का स्पष्ट आदेश है कि वर्ष दो हजार तक के तदर्थ शिक्षको का वेतन निर्गत किया जाय। अपने गृह जनपद प्रतापगढ़ का हवाला देते हुए विधायक मोना ने कहा कि उनके जिले मे अफसरो की उदासीनता के चलते हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद इन तदर्थ शिक्षको का वेतन भुगतान नही किया जा रहा है। सीएलपी नेता आराधना मिश्रा ने सरकार से वर्ष दो हजार के बाद तदर्थ शिक्षको की सेवानिवृत्ति होने तक बकाए वेतन सहित उनके वेतन का भुगतान अविलम्ब किये जाने को लेकर वक्तव्य में जोर दिया। वहीं कांग्रेस विधानमण्डल दल की नेता मोना ने सूबे की सरकार के सामने बेरोजगारी तथा मंहगाई को लेकर भी प्रदेश की जनता मे हो रही निराशा को लेकर चिन्ता जतायी है। विधायक आराधना मिश्रा के विधानसभा मे दिये गये वक्तव्य की जानकारी यहां मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ल ने जारी विज्ञप्ति मे दी है।
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