उमेश तिवारी
भुकंप प्रभावित तुर्की में ऑपरेशन दोस्त के लिए खूब तारीफ हो रही है। जिस तरह से भारतीय सेना ने त्वरित अंदाज में तुर्की में मदद मुहैया कराई है, उसका हर कोई मुरीद हो गया है। आर्मी चीफ जनरल मनोज पांडे के मुताबिक भारतीय सेना ने तुर्की में करीब 3600 मरीजों का इलाज किया
उन्होंने बताया कि इसको लेकर तुर्की के नागरिक हमें मैसेज भेजकर आभार जता रहे हैं। तुर्की के मरीजों का कहना है कि भारतीय सेना ऐसे वक्त में उनकी मदद की जब उन्हें वाकई इसकी जरूरत थी।
छह घंटे में अस्पताल तैयार
भारतीय सैन्य प्रमुख मनोज पांडे ने बताया कि मात्र छह घंटे के शॉर्ट नोटिस पर तुर्की में हॉस्पिटल तैयार कर दिया था। आनन-फानन में 30 बेड का हॉस्पिटल खड़ा कर दिया गया। उन्होंने बताया कि समय के अंदर यह निर्णय लिया गया था। यह फील्ड हॉस्पिटल 14 दिन तक काम करता रहा। इसमें स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स की तैनाती की गई थी। सेना प्रमुख ने भारतीय सेना की मेडिकल टीम 60 पैरा फील्ड को सम्मानित किया। यह टीम तुर्की में सहायता प्रदान करने के बाद घर लौटी है।
आया था भीषण भूकंप
बता दें कि तुर्की में भीषण भूकंप के बाद हजारों लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। इसके बाद भारत ने आनन-फानन में उसके लिए मदद मुहैया कराई थी। इसके लिए अलग-अलग टीमें भेजी गई थीं। इसमें बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ जवानों की टीम भी तुर्की गई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तुर्की से लौटे एनडीआरएफ के जवानों से सोमवार को मुलाकात की थी और उनकी तारीफ की थी।
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