रजनीश / ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। करनैलगंज तहसील में आयोजित जिला स्तरीय संपूर्ण समाधान दिवस के दौरान जिलाधिकारी डॉ. उज्जवल कुमार ने जन समस्याओं को सुना और समाधान दिवस में आई शिकायतों के निस्तारण में किसी भी प्रकार की लापरवाही न करने के निर्देश देते हुए करीब आधा दर्जन अधिकारियों व कर्मचारियों को फटकार भी लगाई। समाधान दिवस में कुल 92 शिकायतें आई जिसमें एक शिकायत का मौके पर निस्तारण किया गया। जिलाधिकारी डॉ. उज्जवल कुमार ने उप जिलाधिकारी, तहसीलदार व राजस्व के अधिकारियों कर्मचारियों को निर्देशित किया कि करनैलगंज नगर एवं ग्रामीण क्षेत्र के तालाबों को चिन्हित करें। यदि तालाबों पर किसी भी प्रकार का अतिक्रमण या कब्जा किया गया है तो अतिक्रमण करने वाले व्यक्तियों को भूमाफिया की श्रेणी में रखते हुए उनके विरुद्ध कार्रवाई सुनिश्चित करें। इसके साथ ही गांव के चकमार्ग, खलियान एवं सरकारी जमीनों पर कब्जे को लेकर राजस्व कर्मचारियों को नसीहत देते हुए भूमि को खाली कराने की चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि यदि किसी भी गांव सभा से सरकारी जमीन पर कब्जा या तालाबों की पटाई या अतिक्रमण की शिकायतें प्राप्त हुई तो संबंधित कर्मचारी के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। समाधान दिवस में अपर पुलिस अधीक्षक, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, उप जिलाधिकारी, पुलिस क्षेत्राधिकारी, जिला कृषि अधिकारी सहित जिला स्तर के सभी विभागाध्यक्ष मौजूद रहे।
प्राप्त शिकायतें
ग्राम नारायनपुर मांझा निवासी वीरभद्र पांडे, केसरी प्रसाद दुबे, अजयदीप पांडे आदि ने शिकायत किया कि उनके गांव चिथरिहा मोड़ से पोतेदार पुरवा तक जाने वाली सड़क नहीं है और रोड से लेकर सड़क के बीच में जो ढाल बनाया गया है वह बेहद खराब है। जबकि इसी मार्ग पर उप स्वास्थ्य केंद्र, हेल्थ वैलनेस सेंटर आदि संचालित है उसके बावजूद मार्ग का निर्माण नहीं कराया जा रहा है।
ग्राम कोनहटा के करीब आधा दर्जन ग्रामीणों ने शिकायत किया कि उनके गांव के कुछ दबंग प्रवृति के लोग ग्रामीणों पर दबाव बनाकर जबरन कोटेदार के विरुद्ध शिकायत पत्र डलवाते हैं ग्रामीणों से जबरिया शिकायत करवाते हैं।
ग्राम कोनहटा में जलील ने शिकायत किया कि गांव में नाली खड़ंजा निर्माण में घटिया सामग्री प्रयोग करने का आरोप लगाते हुए शिकायत किया।
करनैलगंज नगर निवासी मुकेश कुमार वैश्य ने डीएम से शिकायत किया कि करनैलगंज नगर के कई तालाब अवैध कब्जे का शिकार हैं जिन्हें मुक्त कराकर नगर के जल निकासी की समस्या को दूर कराया जाए। इसके अलावा सरयू घाट सकरौरा के सौंदर्यीकरण व साफ-सफाई कराने की मांग की गई।
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