कुलदीप तिवारी
लालगंज प्रतापगढ़। बाबा घुइसरनाथ धाम मे राष्ट्रीय एकता महोत्सव में शनिवार की शाम से परवान चढ़ा महोत्सव सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की मनभावन छाप छोडते हुए रात भर रंगारंग उत्सव का धमाल मचाये दिखी। उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र प्रयागराज की सुश्री बीना सिंह के सांस्कृतिक दल के द्वारा एक से बढकर एक भाव पूर्ण प्रस्तुतियो ने महोत्सव के मंच को लोक संस्कृति का अनूठा अंदाज दे गया। सांस्कृतिक दल के कलाकारो हिमानी, तुलिका, समृद्धि व जोया, गंगा, वर्तिका, प्रांजलि ने जब प्रसिद्ध ढेड़िया नृत्य का अंदाज बयां किया तो दर्शक दीर्घा की हर नजर इस अनूठे नृत्य को देख सुध बुध खो बैठी दिखी। वहीं विशिष्ट दीर्घा से भी निकली तालियां कलाकारों के अद्वितीय प्रदर्शन की हौंसला आफजाई भी करती दिखी। ढेड़िया नृत्य को लेकर दर्शकों का उत्साह इस कदर बढ़ा दिखा कि मंच के समीप महोत्सव की संयोजिका विधायक आराधना मिश्रा मोना को अपनी छोटी बहन डॉ. विजयश्री सोना के साथ प्रबन्धों की कमान खुद संभालते देखा गया। इसके बाद सनी तथा बिंदिया के युगल नृत्य समेत कलाकारों के द्वारा फूलो की होली का मनोरम नृत्य मंच पर शुरू हुआ तो ऐसा लगा जैसे बाबा घुइसरनाथ धाम मे भगवान शिव की आराधना को ब्रज की भी रंगत थिरकन देने लगी हो। मयूर नृत्य का भी मंचन कुछ ऐसा उत्कृष्ट रंगारंग नजारा लिये प्रस्तुत हुआ कि महिला दीर्घा मे बैठी भारी तादात मे महिलाएं भी सांस्कृतिक रंगमंच को टकटकी लगाए निहारने लगी। मशहूर एंकर राजेन्द्र विश्वकर्मा हरिहर के हास परिहास के बीच लखनवी तहजीब की सांस्कृतिक अदा के साथ रंगमंच पर यश द्विवेदी के भी सांस्कृतिक दल के गीत व संगीत तथा गजल व लोकगीत फाग आदि का धमाल देर रात तक आडीटोरियम मे मौजूद लोगों को वाह वाह करते देखा गया। गीत, गजल तथा तरानों के बीच दर्शकों में अपनी बेहतरीन छाप छोड़ी। इसके पहले क्षेत्रीय लोकगायक अमर बेदर्दी, विपिन तिवारी, सरिता वर्मा, खुशी मौर्या, सोनू बेदर्दी का बाबा घुइसरनाथ की महिमा निराली.. समेत सराहनीय प्रस्तुतियां भी महोत्सव को नवरस प्रदान करता दिखा। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी, कांग्रेस विधानमण्डल दल की नेता व विधायक आराधना मिश्रा मोना, प्रो. डॉ. विजयश्री सोना, एसडीएम सौम्य मिश्र, सीओ रामसूरत सोनकर, तहसीलदार धीरेन्द्र प्रताप सिंह आदि कलाकारों का उत्साहवर्धन करते दिखे। महोत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रमों को देखने के लिए जुटी भीड़ पसन्दीदा कार्यक्रमों को अपने मोबाइल में धरोहर के रूप में कैद भी करती दिखी। वहीं आयोजन को लेकर कार्यक्रम स्थल पर पुलिस व पीएसी के जवानों के साथ सांगीपुर, लालगंज, उदयपुर, लीलापुर थानाध्यक्ष भी देर रात तक मुस्तैद दिखे।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ