उमेश तिवारी
महराजगंज जिले के वनटांगिया गांव के अंदर व वन क्षेत्र की सड़कों को दुरुस्त किया जाएगा। इसके लिए वन व लोक निर्माण विभाग को जिम्मेदारी दी गई है। दोनों विभागों की ओर से लगभग 30 किलोमीटर इंटरलाॅकिंग सड़क का निर्माण होगा। इस पर कुल 22 करोड़ रुपये की धनराशि व्यय होगी।
जिले के वनटांगिया गांवों में पहुंचने वाली सड़कों की स्थिति काफी बदहाल है। इससे वनटांगिया गांवों के लोगों को काफी दुश्वारियों का सामना करना पड़ता है। सामान्य दिनों में तो वे जैसे-तैसे आते-जाते हैं लेकिन बरसात के मौसम में उन्हें काफी समस्या उठानी पड़ती है।
वनटांगिया वासियों की मुश्किलों को कम करने के लिए शासन की ओर से पहल करते हुए न सिर्फ 12 स्थलों पर सड़क निर्माण की स्वीकृति प्रदान की गई है। बल्कि उसमें दस प्रतिशत धनराशि जारी करते हुए कार्य प्रारंभ करने को कहा गया है। कार्य के होने से वनटांगिया वासियों की समस्या दूर हो जाएगी।
इन 12 स्थलों पर बनेगी सड़क ,कंपार्ट 24 के पास से हथियहवा तक लगभग चार किलोमीटर इंटरलाॅकिंग कार्य।
हथियहवा के पास से बलुअहिया तक 1.20 किलोमीटर इंटरलाॅकिंग कार्य । चेतरा नर्सरी से वन्य क्षेत्र तक 4.30 किलोमीटर इंटरलाॅकिंग सड़क का निर्माण । कंपार्ट 24 से वन्य क्षेत्र से बाहर संपर्क मार्ग तक 1.25 किलोमीटर इंटरलाॅकिंग सड़क का निर्माण। हथियहवा में वन्यक्षेत्र से बाहर गांव तक 1.10 किलोमीटर सड़क का निर्माण कार्य । बलुअहिया में वन्य क्षेत्र से बाहर गांव तक 2.20 किलोमीटर सड़क का निर्माण कार्य । उसरहवा में वन्य क्षेत्र के बाहर 2.75 किलोमीटर इंटरलाॅकिंग सड़क का निर्माण कार्य । चेतरा नर्सरी से गांव तक 1.10 किलोमीटर सड़क का इंटरलाॅकिंग कार्य । बीट नर्सरी से गांव तक एक किलोमीटर इंटरलाॅकिंग सड़क का कार्य। बेलौहा दर्रा से कांधपुर दर्रा तक 1.80 किलोमीटर इंटरलाॅकिंग सड़क का कार्य । कांधपुर दर्रा से लोक निर्माण विभाग की सड़क तक साढ़े छह किलोमीटर इंटरलाॅकिंग का कार्य । कांधपुर दर्रा से लोक निर्माण विभाग की सड़क को 2.35 किलोमीटर इंटरलाॅकिंग सड़क का कार्य ।
इस संबंध में लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता गंगा सागर ने बताया कि 22 करोड़ की लागत से वनटांगिया गांवों की सड़कों का निर्माण कराया जाएगा। इसके लिए 10 प्रतिशत धनराशि भी प्राप्त हो गई है। कार्य जल्द ही प्रारंभ होगा।
सड़क निर्माण को लेकर सोहगीबरवा वन्यजीव प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी पुष्प कुमार कांधला ने बताया कि जंगल के अंदर के हिस्से में वन विभाग की ओर से जबकि बाहर के हिस्से में लोक निर्माण विभाग की ओर से कार्य कराया जाएगा। इस पर सहमति बन चुकी है।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ